भारतीय वायुसेना के पहले मुसलिम चीफ इदरीस हसन लतीफ का निधन

हैदराबाद : भारतीय वायुसेना के पहले प्रमुख एयर चीफ मार्शल इदरीस हसन लतीफ का सोमवार शाम साढ़े चार बजे हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. इदरीस हसन लतीफ को एसपिरेशन निमोनिया की शिकायत के बाद 25 अप्रैल को अस्पातल में भर्ती कराया गया था. वे 1978 से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2018 2:08 PM

हैदराबाद : भारतीय वायुसेना के पहले प्रमुख एयर चीफ मार्शल इदरीस हसन लतीफ का सोमवार शाम साढ़े चार बजे हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. इदरीस हसन लतीफ को एसपिरेशन निमोनिया की शिकायत के बाद 25 अप्रैल को अस्पातल में भर्ती कराया गया था. वे 1978 से 1981 के बीच भारतीय वायुसेना के प्रमुख थे.

1923 में जन्मे लतीफ 18 साल की उम्र में 1941 में रॉयल इंडियन एयरफोर्स में शामिलहुएथेऔर वे 1981मेंसेवानिवृत्त हो गये.1947में भारत विभाजनके समय उन्हें पाकिस्तानव इंडियन दोनों एयरफोर्स में शामिल होने का विकल्पमिला,लेकिन उन्होंनेभारत का हीविकल्प चुना. बाद में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल और फ्रांस में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया. इदरीस हसन लतीफ के निधन पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने दु:ख जताया है. सीतारमण ने कहा कि उनके निधन दु:खद है और उनके परिवार व मित्रों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं. देश उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए उनका कृतज्ञ रहेगा.

पढ़ें यह खबर :

आज ही के दिन क्यों बंटे थे बांबे स्टेट से महाराष्ट्र और गुजरात?

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने भी इदरीस हसन लतीफ के निधन पर दु:ख जताया. राव ने कहा कि लतीफ ने विभिन्न क्षमताओं से राष्ट्र की सेवा की थी और वे देश के गौरव थे. वह निजाम कॉलेज, हैदराबाद के छात्र थे और वायु सेना में विभिन्न पदों पर काम करते हुए एयर चीफ मार्शल बने.

वहीं, विद्यासागर राव ने अपने संदेश में कहा कि राज्यपाल के रूप में उन्होंने राज्य के विकास में गहरी रुचि ली. महाराष्ट्र के विश्वविद्यालय के चांसलर के रूप में उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास किया.

पढ़ें यह खबर :


15 मिनट बहस नहीं कर सकने की चुनौती पर पीएम मोदी ने ऐसे दिया राहुल को जवाब

Next Article

Exit mobile version