पुलिस भर्ती में उम्मीदवारों के सीने पर जाति लिखने का मामला गरमाया, एक्‍शन में चौहान सरकार

भोपाल : पुलिस भर्ती में उम्मीदवारों के सीने पर कथित रूप से जाति वर्ग लिखने का मामला गरमा गया है. इस मामले में एक ओर जहां राजनीति तेज हो गयी है, वहीं दूसरी ओर शिवराज सिंह चौहान सरकार एक्‍शन में आ गयी है. मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच करने का आदेश दे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2018 5:57 PM

भोपाल : पुलिस भर्ती में उम्मीदवारों के सीने पर कथित रूप से जाति वर्ग लिखने का मामला गरमा गया है. इस मामले में एक ओर जहां राजनीति तेज हो गयी है, वहीं दूसरी ओर शिवराज सिंह चौहान सरकार एक्‍शन में आ गयी है.

मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच करने का आदेश दे दिया है और इसमें जो भी दोषी पाये जाएंगे उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दे दिया है.

* इस मामले में शिवराज सरकार को नोटिस

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ( एनएचआरसी ) ने पुलिस में भर्ती के लिए उम्मीदवारों के सीने पर कथित रूप से जाति वर्ग लिखने के मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. एनएचआरसी ने एक बयान में कहा , ‘आयोग ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार हफ्ते के भीतर , दोषी अधिकारियों पर की गयी कार्रवाई सहित मामले में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है.

* राहुल, माया ने भाजपा की निंदा की

भाजपा शासित मध्यप्रदेश में पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों के सीने पर जाति श्रेणियां लिखने की घटना की कांग्रेस और बसपा के प्रमुखों ने निंदा की और आरोप लगाया कि यह भाजपा के ‘जातिवादी रवैये’ को दिखाता है.शरद पवार नीत राकांपा ने प्रधानमंत्री कार्यालय ( पीएमओ ) से इस घटना की जांच के लिए कहते हुए इसे ‘शर्मनाक’ बताया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर अपने ‘जातिवादी रवैये ‘ से देश की छाती पर छुरा मारने का आरोप लगाया जबकि बसपा प्रमुख मायावती ने आरोप लगाया कि ‘आपराधिक कृत्य ‘ अपने राजनीतिक लाभ के लिए दलितों के प्रति भाजपा के ‘नये प्रेम ‘ का नया और ताजा उदाहरण है.

भाजपा की निंदा करते हुए गांधी ने ट्वीट किया , ‘भाजपा सरकार के जातिवादी रवैये ने देश की छाती पर छुरा मारा है. मप्र के युवाओं के सीने पर एससी / एसटी लिखकर देश के संविधान पर हमला किया गया है.’ उन्होंने कहा , ‘ये भाजपा / आरएसएस की सोच है. यही सोच कभी दलितों के गले में हांडी टंगवाती थी , शरीर में झाडू बंधवाती थी , मंदिर में घुसने नहीं देती थी. हम इस सोच को हरायेंगे.’

* क्‍या है मामला

दरअसल धार जिले में मेडिकल परीक्षण के दौरान पंक्ति में लगे अभ्यर्थियों के सीने पर ‘एससी ‘ ( अनुसूचित जाति ), ‘ एसटी ‘ ( अनुसूचित जनजाति ) और ‘जी ‘ ( सामान्य ) लिखा गया था. धार जिले की घटना तब सामने आयी जब कई अखबारों में ऐसी तस्वीरें छपीं.* संचालन कर रहे अधिकारियों ने दी थी ऐसी सफाईस्वास्थ्य परीक्षण प्रक्रिया का संचालन कर रहे अधिकारियों ने पुलिस से कहा था कि ये चिह्न इसलिए बनाये गये क्योंकि सभी जाति के लिए शारीरिक तंदुरुस्ती को लेकर अलग – अलग मानदंड बनाये गये थे.भर्ती में सहूलियत हो और कोई उम्मीदवार किसी दूसरे से मिल न जाए , इसलिए ऐसा लिखा गया.

Next Article

Exit mobile version