भाजपा का आरोप-कोलेजियम की बैठकों को प्रभावित करने के लिए टिप्पणियां कर रही हैं कुछ राजनीतिक पार्टियां
नयी दिल्ली : भाजपा का कहना है कि कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति कोलेजियम की बैठकों में लगातार ‘ताक-झांक कर रहे हैं, टिप्पणियां कर रहे हैं ‘ और उसके निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि न्यायपालिका और उसके कामकाज का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. उच्चतम न्यायालय कोलेजियम ने […]
नयी दिल्ली : भाजपा का कहना है कि कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति कोलेजियम की बैठकों में लगातार ‘ताक-झांक कर रहे हैं, टिप्पणियां कर रहे हैं ‘ और उसके निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि न्यायपालिका और उसके कामकाज का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.
उच्चतम न्यायालय कोलेजियम ने बुधवार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति को लेकर उत्तराखंड के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ के नाम पर विचार करने के लिए बैठक की और इस पर अपना फैसला टाल दिया. केंद्र ने न्यायमूर्ति जोसेफ की पदोन्नति से जुड़ी फाइल पिछले सप्ताह कोलेजियम को लौटा दी थी. कोलेजियम के फैसले पर बात करते हुए भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, ‘हमारा विचार यह है कि न्यायपालिका की प्रक्रिया और कामकाज, उससे जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति लगातार ऐसा करने का प्रयास कर रहे हैं.’
शीर्ष अदालत में अधिवक्ता कोहली का कहना है कि उच्चतम न्यायालय में पहुंचनेवाला प्रत्येक न्यायाधीश अपने आप में एक संस्था होता है और साथ मिलकर वह संस्था को प्रतिष्ठित बनाते हैं. प्रवक्ता ने कहा, कोलेजियम की बैठकों और शीर्ष अदालत के कामकाज पर लगातार टिप्पणियां करने और उसमें ताक-झांक करने के कुछ राजनीतिक दलों और लोगों के प्रयास को उनके निर्णय को प्रभावित करने की कोशिश के रूप में भी देखा जा सकता है. जबकि, यह संस्थाएं किसी की टीका-टिप्पणी के बिना भी अपना कामकाज कर सकती हैं.