नयी दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग ने उत्तरप्रदेश और राजस्थान में अगले 36 घंटों में फिर आंधी और तूफान आने की चेतावनी दी है. उपग्रह से प्राप्त चित्रों के अनुसार, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में हवा का कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिससे तेज रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश होने की आशंका है. मौसम विभाग की यह चेतावनी बुधवार को आए आंधी-तूफान में पांच राज्यों में 123 लोगों की मौत के बाद एहतियात के तौर पर आयी है. इनमें सबसे अधिक मौत उत्तरप्रदेश में 74 लोगों व राजस्थान में 39 लोगों की हुई.
130 किलोमीटर से आये तूफान ने ग्रामीण इलाके में जबरदस्त तबाही मचायी.
मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तरप्रदेश व राजस्थान के कई हिस्सों में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे तेज रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश होने की आशंका बनी हुई है. पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, सिक्किम और ओडिश में कुछ जगहों पर ओले गिरने व तेज हवा चलने की भी चेतावनी जारी की गयी है.
मौसम विभाग की नयी चेतावनी में 17 जिलों में आंधी, बारिश व ओले की चेतावनी दीगयी है. इसमें जम्मू कश्मीर से लेकर केरल तक का जिक्र है. इसमें पश्चिम बंगाल व बिहार का भी जिक्र है.
ध्यान रहे कि मौसम विभाग ने 30 अप्रैल को आंधी-तूफान के लिए जारी की गयी अपनी चेतावनी में उत्तरप्रदेश व राजस्थान का जिक्र नहीं किया था, जबकि सबसे ज्यादा तबाही इन्हीं दो राज्यों में आयी. ऐसे में मौसम विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए. ऐसे में उसने यह नयी चेतावनी जारी की थी.
30 अप्रैल को जारी चेतावनी में मौसम विभाग ने क्या कहा था?
मौसम विज्ञान विभाग ने 30 अप्रैल को चेतावनी जारी की थी कि दो और तीन मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में, गंगा के आसपास के क्षेत्रों तथा पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कई अन्य स्थानों पर आंधी-तूफान आ सकता है. चेतावनी में राजस्थान और उत्तर प्रदेश में इस तरह की किसी गतिविधि का कोई उल्लेख नहीं था.
स्काइमेट ने अपनी चेतावनी में क्या कहा है?
स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक जीपी शर्मा ने तेज आंधी व भारी बारिश की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि उत्तर, पूर्व व पहाड़ी भारत में अगले दो दिन में कोई राहत में नहीं दिख रही है. मैदानी क्षेत्र पंजाब, हरियाणा व उत्तरी राजस्थान, दिल्ली एवं एनसीआर में सतर्क रहने की जरूरत होगी. इसके बाद दो दिनों तक राहत रह सकती है. फिर आठमई की रात व नौ से ऐसी ही स्थिति बन जाने की संभावना है.
हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती प्रवाह के चलते आया अंधड़ : विशेषज्ञ
मौसम विशेषज्ञों ने आज कहा कि हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती प्रवाह के चलते भीषण अंधड़ आया जिसने राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी तबाही मचायी. उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही होगी. इन राज्यों के कई हिस्सों में अंधड़ के फैलने के साथ ही हवाओं की गति इतनी तेज थी कि अनेक मकान ढह गए, बिजली के खंभे गिर गए और पेड़ उखड़ गए. विशेषज्ञों ने कहा कि बाह्य और आंतरिक कारणों से यह अनहोनी इन दो राज्यों तक ही सीमित रही. मौसम विज्ञान विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि गरज के साथ आए तूफानी अंधड़ के मुख्यत : चार कारण रहे – अत्यधिक गर्मी, नमी की मौजूदगी, वातावरण में अस्थिरता और तूफानी सक्रियता.