श्रीनगर/ नयी दिल्ली : ‘जम्मू-कश्मीर को हत्याओं के विद्वेषपूर्ण दौर से बाहर निकलने के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व से राजनेता वाला कौशल दिखाने” का महबूबा मुफ्ती द्वारा आग्रह कियै जाने के बाद मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस ‘नापाक और अवसरवादी गठबंधन’ से तत्काल अलग हो जाना चाहिये.
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ”मैं जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री के इस ख्याल से इत्तेफाक रखता हूं कि जम्मू-कश्मीर को हत्यायों के इस विद्वेषपूर्ण दौर से बाहर निकालने के लिए राजनेता वाले नेतृत्व की जरूरत है. दुखद है कि उन्हें यह बात नजर नहीं आती कि उनकी गठबंधन वाली सरकार ही इस समस्या की मुख्य वजह है.”
उन्होंने कहा, ”महबूबा मुफ्ती को भाजपा के साथ अपनी पार्टी का नापाक और अवसरवादी गठबंधन तोड़ना चाहिए और अपने पिता (मुफ़्ती मोहम्मद सईद) की सोच की तरफ वापस लौटना चाहिए.” पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ”पीडीपी-भाजपा गठबंधन कश्मीर घाटी के लोगों को सबसे ज्यादा उकसाने वाली बात है. महबूबा जी, गठबंधन तत्काल खत्म करिए और जनता के पास वापस जाइए.”
चिदंबरम ने यह भी आरोप लगाया, ”जम्मू-कश्मीर मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार का ताकत के इस्तेमाल और सैन्यवादी रुख राज्य को मौजूदा समय के भयावह हालात की तरफ ले गया है.” गौरतलब है कि महबूबा ने सोमवार को राष्ट्रीय नेतृत्व से आग्रह किया था कि वह राज्य को ‘हत्याओं के विद्वेषपूर्ण दौर’ से बाहर निकालने के लिए राजनेता वाला कौशल दिखाए. उन्होंने कहा था कि राज्य को इस मुश्किल दौर से बाहर निकालने में सिविल सोसायटी की भी प्रमुख भूमिका हो सकती है.
इधर, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. यही एक अंतिम चीज थी जो यहां नहीं हुई थी…यहां के लोगों को अच्छे मेजबान के रूप में जाना जाता है. मैं यहां के सामाजिक लोगों और सभी बुजुर्गों से आग्रह करता हूं कि हिंसक लोगों को पहचाने और पुलिस के हवाले करें.