कठुआ मामला : सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में दोबारा याचिका दायर करेंगे आरोपी
जम्मू : जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के आरोपी इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने के लिए आगामी कुछ दिनो में उच्चतम न्यायालय में फिर एक याचिका दायर करेंगे. शीर्ष अदालत ने कल कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले की […]
जम्मू : जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के आरोपी इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने के लिए आगामी कुछ दिनो में उच्चतम न्यायालय में फिर एक याचिका दायर करेंगे. शीर्ष अदालत ने कल कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले की सुनवाई पड़ोसी पंजाब के पठानकोट में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था.
मामले के पांचो आरोपियों के अधिवक्ता अंकुर शर्मा ने आज बताया, ‘मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने का अनुरोध करने वाली ताजा याचिका तैयार है. कुछ दिनों में इसे (उच्चतम न्यायालय में) दायर किया जायेगा.’ उन्होंने बताया कि मामले के आरोपी संझी राम, विशाल जंगलोटा और परवेश कुमार की तरफ से जवाबी हलफनामा शीर्ष अदालत में दाखिल किया गया था.
इसके साथ सीबीआई जांच की मांग करने वाला एक अतिरिक्त हलफनामा भी था. शर्मा ने कहा कि यिद सीबीआई जांच के लिये नयी याचिका दायर की गयी होती तो कल की सुनवाई में सिर्फ एक नोटिस जारी की जा सकती थी. उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य चिंता मामले का स्थानांतरण नहीं बल्कि सीबीआई जांच है. अधिवक्ता ने इस बात से इंकार किया कि मामले की सुनवाई पंजाब के पठानकोट में स्थानांतरित किये जाने संबंधी अदालत का आदेश उनके (आरोपियों के) लिए एक झटका है.
शर्मा ने कहा, ‘यह राज्य सरकार के लिए झटका है क्योंकि सरकार वह चाहती थी कि यह ममाला जम्मू कश्मीर में ही बना रहे, खास कर रामबन जिले में.’ उन्होंने कहा कि इससे पीड़ित परिवार को भी नुकसान हुआ है क्योंकि वह चाहता था कि मामले को चंडीगढ़ स्थानांतरित कर दिया जाए. शर्मा ने कहा, ‘अदालत ने मामले की सुनवाई त्वरित गति से रोजाना करने का निर्देश दिया है. हम इस बात लेकर आश्वस्त हैं कि यह सुनवाई एक साल में पूरी हो जायेंगी.’
उन्होंने कहा कि मामले में देरी करने के लिए राज्य सरकार की 221 गवाहों को पेश किये जाने की ‘साजिश’ का शीर्ष अदालत ने भंडाफोड़ किया है और अब मामले की सुनवाई रोजाना होगी. शर्मा ने यह भी कहा, ‘हम इस बात से आशावान हैं कि यह केस सीबीआई के हवाले कर दिया जायेगा.’ आठ साल की पीड़िता का शव 17 जनवरी को कठुआ के वन क्षेत्र से बरामद किया गया था. इससे एक हफ्ते पहले जब वह पशु चराने गयी थी तो लापता हो गयी थी.