कर्नाटक चुनाव : भाजपा-कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने एक-दूसरे पर चलाये आरोपों के तीर

विजयपुरा/बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा चुनाव का प्रचार मंगलवार को अपने पूरे रंग में आ गया तथा दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दलों भाजपा एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने भ्रष्टाचार एवं कट्टरपंथी हिंदुत्व सहित तमाम मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर आरोपों के तीर चलाये. प्रचार की समय सीमा खत्म होने में अब महज दो दिन रह गये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2018 11:05 PM

विजयपुरा/बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा चुनाव का प्रचार मंगलवार को अपने पूरे रंग में आ गया तथा दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दलों भाजपा एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने भ्रष्टाचार एवं कट्टरपंथी हिंदुत्व सहित तमाम मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर आरोपों के तीर चलाये. प्रचार की समय सीमा खत्म होने में अब महज दो दिन रह गये हैं. भाजपा की ओर से कमान संभालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि कर्नाटक के लोगों ने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने और उसके गलत कामों के लिए ‘सजा’ देने का मन बना लिया है.

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपनी ‘आसन्न’ पराजय को भांप कर गड़बड़ी वाले ईवीएम जैसे बहाने तलाशने शुरू कर दिये हैं. मोदी ने मंगलवार को राज्य में तीन रैलियों को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार को लेकर सिद्धरमैया सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ऐसा एक भी मंत्री नहीं है जिस पर वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप न लगा हो. लिंगायतों के बाहुल्य वाले विजयपुरा में प्रचार करते हुए उन्होंने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर समाज को बांटने तथा ‘जातिवाद का जहर’ फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया.

राहुल ने आरएसएस और भाजपा की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा एवं आरएसएस पर हमला बोलते हुए उनकी तुलना इस्लामी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की और कहा कि उनका एजेंडा सत्ता में आना और संगठनों को अपने कब्जे में करना है. उन्होंने बेंगलुरु में आरोप लगाया, ‘भाजपा एवं आरएसएस लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित होने के एक चक्र को और दोहरायेगी और उसके बाद लोकतंत्र को त्याग देगी.’

राहुल ने कहा, ‘आरएसएस यहां… तथा मिस्र, पाकिस्तान, टयूनिशिया एवं तुर्की में मुस्लिम ब्रदरहुड.. वे एक ही चीज कर रहे हैं. आरएसएस और मुस्लिम ब्रदरहुड चुनाव को वैसे नहीं देखते जैसे कि हम देखते हैं. हम चुनाव जीतते हैं और कोई चुनाव हारना भी हमारे लिए ठीक है.’ उन्होंने आज दिन में कहा कि यदि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है तो वह प्रधानमंत्री का पद संभालने के लिए तैयार हैं.

उन्होंने दावा कि भगवा संगठन खुले माहौल, शांति एवं भाईचारे को बाधा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल एवं बी आर आंबेडकर की सामने तो प्रशंसा करती है किंतु उनकी विरासत को नष्ट कर रही है. संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी की चुनावी सभा के कुछ ही घंटे बाद विजयपुरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री पर कांग्रेस मुक्त भारत का ‘भूत सवार है.’

मोदी अच्‍छा भाषण देते हैं, लेकिन भाषण से पेट नहीं भरता : सोनिया गांधी

उन्होंने कहा कि मोदी ने पिछले चार साल में केवल यही काम किया है कि पिछली कांग्रेस सरकारों के अच्छे कामों को बिगाड़ दिया है. सोनिया ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा, ‘मोदी जी को गर्व है कि वह अच्छा भाषण दे सकते हैं. मैं सहमत हूं कि वह एक अच्छे वक्ता हैं. वह एक अभिनेता के रूप में बोलते हैं. यदि भाषणों से देश का पेट भर जाता तो मेरी कामना होती कि वह और भाषण दें.’

उत्तरी कर्नाटक के विजयपुरा में सोनिया गांधी की रैली को इस क्षेत्र के लिंगायतों तक पकड़ बनाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है. लिंगायत समुदाय पारंपरिक रूप सें भाजपा का समर्थन करता रहा है. उन्होंने कहा, ‘मोदीजी को कांग्रेस मुक्त भारत का जुनून है. उन्हें कांग्रेस मुक्त भारत का भूत लगा है.’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मध्यम वर्ग, महिलाओं लड़कियों, दलितों एवं पिछड़ा वर्गों के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि लोकपाल के गठन के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाये गये?

सोनिया ने केंद्र सरकार द्वारा सूखा राहत के मामले में कर्नाटक के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘मोदीजी क्या यही आपका सबका साथ, सबका विकास है.’ विजयपुरा, कोप्पल एवं बेंगलुरु में रैलियों को संबोधित करने वाले मोदी ने कांग्रेस पर ‘बांटो और शासन करो’ की नीति पर चलने का आरोप लगाया. उन्होंने विजयपुरा में एक रैली में कहा, ‘कांग्रेस बांटो एवं शासन करो की नीति में विश्वास करती है.. जाति एवं धर्म के आधार पर बांटो.. भाई को भाई से लड़ाओ. किंतु बसवेश्वरा की भूमि के लोग ऐसा होने नहीं देंगे.’

कांग्रेस को अपनी हार स्‍पष्‍ट तौर पर दिख रही है : नरेंद्र मोदी

राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भाजपा के पारंपरिक वोट बैंक लिंगायत को धार्मिक अल्पसंख्यक दर्जा देने की सिफारिश की है. कई लोग इस कदम को समुदाय के वोट को विभाजित करने के मकसद से उठाये गये कदम के तौर पर देख रहे हैं. भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार येदियुरप्पा भी लिंगायत समुदाय से आते हैं. मोदी ने कहा कि कांग्रेस को हार स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है और वे हार के लिए ईवीएम को दोषी बताने जैसे बहाने तलाशने में व्यस्त हैं.

उन्होंने कहा कि मतदाताओं को यह दावे कर भ्रमित करने का प्रयास भी किया जा रहा है कि चुनाव के बाद त्रिशंकु विधानसभा आयेगी. उन्होंने कहा, ‘क्या आप एक भी ऐसे मंत्री का नाम मुझे बता सकते हैं जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप न लगे हो.’ इससे एक दिन पहले ही सिद्धरमैया ने मोदी तथा भाजपा प्रमुख अमित शाह को कानूनी नोट भेजकर उन्हें धमकी दी है कि उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाने के कारण भाजपा नेताओं के विरूद्ध दिवानी एवं फौजदारी मानहानि के वाद दाखिल किये जा सकते हैं.

भाजपा अध्यक्ष शाह ने मंगलुरु में एक रोड शो किया और एक रैली भी संबोधित की. उन्होंने कहा कि 15 मई को जब चुनाव परिणाम घोषित किये जायेंगे, सिद्धारमैया नीत कांग्रेस सरकार को ‘घर भेज दिया जायेगा.’ शाह ने दावा किया कि दक्षिणी कन्नड़ जिले में कई हिंदुओं की हत्या कर दी गयी किंतु कोई भी गिरफ्तारी नहीं की गयी.

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