ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस – वे के उद्घाटन में देरी की वजह प्रधानमंत्री नहीं : नितिन गडकरी
नयी दिल्ली : ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस – वे के उद्घाटन में देरी की वजह से कोर्ट से मिल रही फटकार के बाद सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उद्घाटन को लेकर सफाई दी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा उद्घाटन में देरी के पीछे की वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यस्तता नहीं है. उन्होंने […]
नयी दिल्ली : ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस – वे के उद्घाटन में देरी की वजह से कोर्ट से मिल रही फटकार के बाद सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उद्घाटन को लेकर सफाई दी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा उद्घाटन में देरी के पीछे की वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यस्तता नहीं है. उन्होंने कहा कि रेलवे ब्रिज का कुछ काम पूरा होना बाकी है.
Delhi's Eastern Expressway to be completed soon.We'll take a date from PM for its inauguration&immediately open it.He has no connection with the delay in opening of Expressway,it was due to in-completion of work:N Gadkari on SC's order that Eastern Expressway be opened from 1 Jun pic.twitter.com/BO1NUr5bjJ
— ANI (@ANI) May 10, 2018
क्या है ईस्टर्न पेरिफेरल वे एक्सप्रेस वे
भारत का पहला स्मार्ट और ग्रीन हाइवे बनकर तैयार है. 11,000 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 135 किलोमीटर सड़क के निर्माण से राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने में सहूलियत होगी. गाजियाबाद, फरीदाबाद, गौतम बुद्ध नगर ( ग्रेटर नोएडा ) और पलवल तक गुजरने वाली यह सड़क देश के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में शुमार था.
5 लाख टन सीमेंट और एक लाख टन स्टील से बने इस सड़क में इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (HTMS) और वीडयो इंसीडेंट डिटेक्शन सिस्टम (VIDS) जैसी सुविधा है. इस हाइवे के निर्माण में ग्रीनरी का खास ख्याल रखा गया है. इस प्रोजेक्ट को मात्र 500 दिन के रिकार्ड टाइम में पूरा किया गया. जबकि इसके लिए 910 दिन का लक्ष्य रखा गया था.
इस एक्सप्रेस – वे से करीब 2 लाख वाहनों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से डायवर्ट किया जा सकेगा. यह एक्सप्रेस – वे के निर्माण में एनटीपीसी प्लांट के राख का भी इस्तेमाल किया गया है. केंद्रीय पथ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस सड़क की खासियत के बारे में बात करते हुए बताया कि हाइवे के किनारे पेट्रोल पंप, रेस्ट एरिया, होटल, रेस्टोरेंट, दुकान और रिपेयर सर्विस होंगे. हर 500 मीटर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग जोन भी होगा, जो एक्सप्रेस – वे के दोनों तरफ होगा. 135 किलोमीटर के इस सड़क पर 28 फाउंटेन है. ओवर स्पीड चेकिंग सिस्टम, पेवमेंट मैनेजमेंट सिस्टम एंड फायबर ऑप्टिक नेटवर्क भी होगा.
यह देश का पहला हाइवे होगा जहां 8 सोलर पावर प्लांट होंगे. इन सोलर पावर प्लांट से 4000 – किलोवाट बिजली का उत्पादन हो पायेगा. नितिन गडकरी ने कहा कि यह देश का पहला पुल होगा, जहां वर्टिकल गार्डेन होंगे. 135 किमी लंबे सड़क में खूबसूरत लाइटिंग सिस्टम की व्यवस्था की गयी है. एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ 2.5 साइकिल ट्रैक होंगे और 1.5 मीटर का फुटपाथ होगा.