गूगल पर खेलें रुबिक क्यूब
नयी दिल्ली: इंटरनेट की दुनिया में सर्च इंजन गूगल के होम पेज पर आज रुबिक क्यूब डूडल बना है. इस डूडल में गूगल का लोगो नहीं है बस रुबिक क्यूब गूगल लोगो के लाल, पीले, हरे और नीले रंगों में नजर आ रहा है. इस क्यूब पर क्लिक करने के बाद माउस की मदद से […]
नयी दिल्ली: इंटरनेट की दुनिया में सर्च इंजन गूगल के होम पेज पर आज रुबिक क्यूब डूडल बना है. इस डूडल में गूगल का लोगो नहीं है बस रुबिक क्यूब गूगल लोगो के लाल, पीले, हरे और नीले रंगों में नजर आ रहा है. इस क्यूब पर क्लिक करने के बाद माउस की मदद से इस क्यूब के साथ खेला भी जा सकता है. गूगल ने आज इस डूडल के माध्यम से विश्व के बेहद लोकप्रिय खिलौने रुबिक क्यूब की 40वीं जयंती को मनाया है. डूडल पर खेलते समय यह चली गई चालों को गिनता है, तो क्या पता कोई आज कम से कम चालें चलकर एक नया विश्व कीर्तिमान ही बना दे?
हंगरी के बुडापेस्ट में 1974 में आर्किटेक्चर के प्राध्यापक अर्ना रुबिक ने इस घूमने वाले घन को बनाया था जिसके हर हिस्से को अलग-अलग घुमाया जा सकता है लेकिन वह टूटता या बिखरता नहीं है. पहला रुबिक क्यूब स्वयं अर्ना ने लकडी से बनाया था. उन्होंने लकडी में छेद किए और इलास्टिक बैंड की मदद से इसका निर्माण कर अपने छात्रों को दिखाया और सबके पसंद करने के बाद उन्होंने इसके पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया. आजकल वृहद पैमाने पर इसके निर्माण के लिए प्लास्टिक का प्रयोग होता है और अब तक करोडों क्यूब बेचे जा चुके हैं.
अर्ना ने इसे मैजिक क्यूब का नाम दिया था. उन दिनों हंगरी में योजित अर्थव्यवस्था के चलते इसका बडे पैमाने पर निर्माण संभव नहीं हो पाया. बाद में न्यूयॉर्क की एक खिलौना कंपनी आईडियल टॉएज ने इसे रुबिक क्यूब के नाम से दुबारा लॉन्च किया और प्लास्टिक से बने इस खिलौने ने 1980 में ब्रिटेन में ‘टॉय ऑफ द इयर’ का खिताब हासिल किया.