इंदौर: लोकसभा चुनावों में ‘ब्रांड नमो’ की बडी कामयाबी प्रबंधन जगत का ध्यान खींच रही है. इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) ने लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा द्वारा नरेंद्र मोदी को एक ‘सियासी ब्रांड’ के तौर पर पेश करके सफल प्रचार अभियान चलाने को लेकर ‘केस स्टडी’ शुरु कर दी है.आईएमएस में मार्केटिंग मैनेजमेंट पढाने वाले निशिकांत वाइकर ने को बताया कि संस्थान के चार विद्यार्थी ‘द मेकिंग ऑफ ब्रांड नमो’ विषय पर अपनी ‘केस स्टडी’ को आगे बढा रहे हैं.
उन्होंने बताया, ‘इस केस स्टडी के तहत इन पहलुओं पर अध्ययन किया जायेगा कि लोकसभा चुनावों के दौरान मोदी को भारतीय सियासत में एक ब्रांड के तौर पर किस तरह पेश और स्थापित किया गया.’ वाइकर ने बताया कि आईएमएस में मोदी पर जारी केस स्टडी के अगले तीन महीने में पूरे होने की उम्मीद है. बाद में इस अध्ययन को मार्केटिंग के सिद्धांतों से जोडकर संस्थान के विद्यार्थियों को पढाया भी जायेगा.
इंदौर के भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम.आई) के प्रवक्ता अख्तर परवेज कहते हैं, ‘ब्रांड नमो प्रबंधन जगत के कई अध्येताओं का ध्यान निश्चित तौर पर खींचेगा, क्योंकि देश में किसी सियासी नेता की इस तरह ब्रांडिंग पहले कभी नहीं की गयी थी.’