यौन उत्पीडन मामला: अभी जेल में ही रहेंगे आसाराम
नयी दिल्ली: लडकी के कथित यौन उत्पीडन के आरोप में अगस्त, 2013 से जेल में बंद विवादास्पद धर्मगुरु आसाराम को अभी कुछ समय और सलाखों के पीछे रहना होगा क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने आज उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई 3 जुलाई के लिये स्थगित कर दी.न्यायमूर्ति बी एस चौहान और न्यायमूर्ति ए के सीकरी की […]
नयी दिल्ली: लडकी के कथित यौन उत्पीडन के आरोप में अगस्त, 2013 से जेल में बंद विवादास्पद धर्मगुरु आसाराम को अभी कुछ समय और सलाखों के पीछे रहना होगा क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने आज उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई 3 जुलाई के लिये स्थगित कर दी.न्यायमूर्ति बी एस चौहान और न्यायमूर्ति ए के सीकरी की खंडपीठ ने 75 वर्षीय धर्मगुरु आसाराम की जमानत और बच्चों का यौन अपराधों से संरक्षण (पोस्को) कानून के तहत दर्ज आरोप हटाने के लिये दायर याचिकाओं पर सुनवाई ग्रीष्मावकाश के बाद 3 जुलाई के लिये स्थगित कर दी.
आसाराम ने कथित पीडित के नाबालिग होने को चुनौती देते हुये कहा है कि उसका जन्म 1997 में नहीं बल्कि 1995 में हुआ है. लडकी के पिता के अनुसार उसका जन्म 1997 में हुआ है.
राजस्थान उच्च न्यायालय ने इससे पहले जोधपुर के आश्रम में नाबालिग लडकी के यौन उत्पीडन के मामले में फरवरी में आसाराम को जमानत देने से इंकार कर दिया था.आसाराम को पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से ही वह जोधपुर में केंद्रीय जेल में बंद हैं.