बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु स्थिति बन चुकी है. ताजा रुझानों के मुताबिक, भाजपा 104, कांग्रेस 78 और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) 38 साटों पर आगे चल रहे हैं. ऐसे में बहुमत से राज्य में सरकार बनाने की ओर बढ़ रहे बीएस येदियुरप्पाकीअगुवाईवाली भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस ने जनता दल सेक्युलर को समर्थन देने की तैयारीकी है.
कांग्रेस ने जनता दल सेक्युलर के नेता एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश की है और बड़ी पार्टी होने के बावजूद इसके लिए समर्थन देने को तैयार है. अगर ऐसा होता है, तो कर्नाटक के दो दिग्गज नेताओं सिद्धारमैया और येदियुरप्पा को पीछे छोड़ अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री बन सकते हैं. मालूम हो कि दो दिनों पहले जब एग्जिट पोल आये थे, तो जेडीएस को किंगमेकर बताया जा रहा था, लेकिन अब कुमारस्वामी किंग बनते नजर आ रहे हैं.
आइए जानें कौन हैं एचडी कुमारस्वामी, जो किंगमेकर से अब किंग बन सकते हैं-
- एचडी कुमारस्वामी जेडीएस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे हैं.
- हरदनहल्ली देवेगौड़ा कुमारस्वामी 2006 से 2007 तक कर्नाटक केमुख्यमंत्री रहे हैं.
- अपनेकरीबियों के बीच कुमारअन्ना के रूप में मशहूर कुमारस्वामी ने बेंगलुरूके जयनगर स्थित नेशनल कॉलेज से विज्ञान से स्नातक किया है.
- राजनेता होने के अलावा, कुमारस्वामी कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में बतौर निर्माता, वितरक के तौर पर भी सक्रिय हैं.
- जेडीएस नेता एचडी देवेगौड़ा और उनके बेटे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी रामानगरम से तीन बार के विधायक भी हैं.
- कर्नाटक की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने इस बार दो विधानसभा क्षेत्र रामनगरम और चन्नापटना से चुनाव लड़ा था.
- इस बारके कर्नाटक चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार रहे कुमारस्वामी के पास 42 करोड़ 91 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है.
- एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुमारस्वामी ने 124 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी, जो 2013 के मुकाबले 20 करोड़ रुपये ज्यादा है.
मालूम हो कि इससे पहले, वर्ष 2004 में भी जेडीएस और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनायी थी. कांग्रेस के धरम सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन 2006 में यह गठबंधन टूट गया. इसके बाद पार्टी नेभाजपा के साथ गठबंधन किया.बारी-बारी से सत्ता संभालने के समझौते के तहत कुमारस्वामी जनवरी 2006 में सीएम बने. हालांकि, अगले साल ही कुमारस्वामी भाजपा से भी गठबंधन तोड़तेहुए अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा. इसके बाद कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया.