नयी दिल्ली: एक महिला पत्रकार से बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे ‘तहलका’ के संस्थापक संपादक तरुण तेजपाल को अपनी मां के अंतिम-संस्कार में शामिल होने के लिए आज उच्चतम न्यायालय से तीन हफ्ते की अंतरिम जमानत तो मिल गई पर जमानत की औपचारिकताएं पूरी करने में हुई देरी के कारण वह समय पर अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके.
तेजपाल के वकील संदीप कपूर ने जब न्यायमूर्ति बी एस चौहान और न्यायमूर्ति ए के सीकरी की पीठ को बताया कि उनके मुवक्किल की मां की कल गोवा में मृत्यु हो गई और उन्हें अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी जाए तो अदालत ने पांच महीने से ज्यादा समय से गोवा की एक जेल में बंद तेजपाल को जमानत दे दी.
तेजपाल की मां शकुंतला तेजपाल (87) की कल शाम उत्तर गोवा के मोइरा गांव स्थित अपने आवास पर मृत्यु हो गई थी. शकुंतला ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही थीं. परिवार के सदस्यों एवं करीबी मित्रों की मौजूदगी में सेंट आइनेज स्थित एक हिंदू शवदाहगृह में तेजपाल की मां का अंतिम संस्कार किया गया.
तेजपाल समय से अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सके क्योंकि गोवा के वॉस्को टाउन स्थित सदा सब-जेल में जमानत की औपचारिकताएं पूरी करने में उन्हें देर हो गई. वह शाम करीब 7:15 बजे शवदाहगृह पहुंचे जहां उनके भाई मिंटी तेजपाल शाम छह बजे अपनी मां के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दे चुके थे.इससे पहले आज दिन में पीठ ने कहा कि इस मामले की फाइल उसके समक्ष नहीं है और वह फाइल देखने के बाद ही मामले पर विचार करेगी.
50 साल के तेजपाल के खिलाफ पिछले साल गोवा में एक समारोह के दौरान अपनी कनिष्ठ सहकर्मी से कथित बलात्कार, यौन उत्पीडन और शील भंग करने के सिलसिले में आरोप-पत्र दाखिल किया जा चुका है. तेजपाल को 30 नवंबर 2013 को गिरफ्तार किया गया था. उन पर सात नवंबर को पीडिता का यौन उत्पीडन करने और अगले दिन इस अपराध को दोहराने का आरोप है.