जी हां! सुनकर थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है, लेकिन ऐसी चर्चा है कि आगरा की ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है. शाहजहां और मुमताज की बेपनाह मोहब्बत की निशानी ताजमहल ने उत्तर प्रदेश के आगरा शहर को विश्व पटल पर एक पहचान दी है.
लेकिन पिछले कुछ समय से ताजमहल धर्मसेजुड़े विवादों के भंवर में फंसा जा रहा है. इसी बीच मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो ताजमहल को किसीदूसरीजगह शिफ्टकरनेकी तैयारी चल रही है.
सचमें मुमकिन है?
अब सवाल यह उठता है कि दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल जैसी बड़ी इमारत को शिफ्ट करना क्यासचमें मुमकिन है? लेकिन एक हिंदी समाचार वेबसाइट ने इसबारेमें एक लेख प्रकाशित किया है, जिसके आधार पर यह मुमकिन लग रहा है.
कहां होगी शिफ्टिंग?
पहली बात तो यह कि ताजमहल को आगरा शहर से किसी और शहर में शिफ्ट करने की बात नहीं कही गयी है. लेकिन इसे आगरा शहर में कहां शिफ्ट किया जायेगा, इस बारेमें भी जानकारी नहीं दी गयी है. ताजमहल को शिफ्ट करने की सबसे बड़ी वजह यह बतायी जा रही है कि दिल्ली से आगरा जाने पर ताजमहल, यमुना नदी के दाहिनी तरफ पड़ता है. ऐसे में ताजमहल के दीदार के ख्वाहिशमंद लोगों को शहर के बीच से होकर ‘ताज’ तक पहुंचना पड़ता है. इसी वजह से आगरे में जाम की स्थिति बनी रहती है,जिसकानतीजा आगरे की आबोहवा के साथ-साथ ताज की रंगत भी बिगाड़रहाहै. इस समस्या का सबसेसटीक हल यह बताया जा रहा है कि ताजमहल को ‘उठाकर’ यमुना के बायीं ओर शिफ्ट कर दिया जाये.
कई धरोहरें हो चुकी हैं शिफ्ट
आपको ताजमहल को यमुना के दायीं ओर से बायींओर शिफ्ट करने की बात अटपटी जरूर लग रही होगी,लेकिनयह इतना भी असंभव नहीं है. आपकोयहजानकर ताज्जुब होगा कि मिस्र में इस तरह के कई कारनामेवर्षों पहले तब किये जा चुके हैं, जब दुनिया तकनीकी रूप से इतनी समृद्ध नहीं थी.
दरअसल, मिस्र में 3 हजार साल पुरानी अपनी ऐतिहासिक इमारत को इंसानों की मदद से हटाकर दूसरी जगह ले जाया गया और फिर उसी रूपमें दोबारा स्थापित किया गया.ऐसे में आगरेका ताज शिफ्ट करना कितना मुमकिन है, इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में भी ऐसा कर पाना संभव है.
अडॉप्ट अ हेरिटेज
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में ताजमहल के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ रखरखाव करनेवाली एजेंसी को फटकार लगा चुकी है. वहीं, भारत सरकार अपनी ‘अडॉप्ट अ हेरिटेज’ स्कीम के तहत बेहतर मेंटेनेंस के लिए दिल्ली के लाल किले की तरह आगरे के ताजमहल को भी किसी कॉर्पोरेट घराने को सौंपा जायेगा.
यूनेस्को की मदद
बताते चलें कि यूनेस्को ऐतिहासिक धरोहरों को आने वाली पीढ़ियों के लिए संजो कर रखने के लिए एक रूपरेखा तैयार कर ली है. हालांकि अभी इस प्रोजेक्ट में ताजमहल को शिफ्ट करने को लेकर कोई बात नहीं कही गयी है, लेकिन अगर इसकी जरूरत पड़ती है तो यूनेस्को की मदद ली जा सकती है. फिलहाल, यूनेस्को इटली के वेनिस शहरकेउस हिस्से को बचाने के प्रोजेक्ट पर कामकररहा है, जो 1960 में आयी बाढ़ में लगभग तबाह हो गया था.