कर्नाटक : येदियुरप्पा ने ली किसानों के नाम की शपथ, दिया कर्जमाफी का ”तोहफा”

बेंगलुरु : सफेद सफारी सूट पर हरे रंग का शॉल पहने बीएस येदियुरप्पा ने राजभवन में आयोजित समारोह में ईश्वर और किसानों के नाम पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस दौरान वहां ‘मोदी, मोदी’ के नारे लग रहे थे. 15 मई को भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी बनने लेकिन बहुमत से दूर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2018 3:23 PM

बेंगलुरु : सफेद सफारी सूट पर हरे रंग का शॉल पहने बीएस येदियुरप्पा ने राजभवन में आयोजित समारोह में ईश्वर और किसानों के नाम पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस दौरान वहां ‘मोदी, मोदी’ के नारे लग रहे थे. 15 मई को भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी बनने लेकिन बहुमत से दूर रहने के साथ खंडित जनादेश से लेकर अब तक नाटकीय घटनाओं के बाद आखिरकार कर्नाटक की सत्ता येदियुरप्पा के हाथ में आयी. राज्यपाल वजुभाई वाला ने येद्दियुरप्पा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. उस वक्त येद्दियुरप्पा ने ईश्वर और कर्नाटक के किसानों के नाम पर शपथ लेने का फैसला किया. शपथ लेने के बाद मीडिया के समक्ष आये येदियुरप्पा ने किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की घोषणा की.

आगे उन्‍होंने कहा कि उन्हें विधानसभा में विश्वास मत जीतने और पांच साल का कार्यकाल पूरा करने का ‘‘100 फीसदी भरोसा ” है. उन्होंने कांग्रेस – जद ( एस ) गठबंधन को ‘‘ अपवित्र ” बताया और आरोप लगाया कि लोगों ने उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया है लेकिन इसके बावजूद वे सत्ता हथियाने की कोशिश में है. येद्दियुरप्पा ने कहा कि मुझे विश्वास मत में जीत हासिल करने और मेरी सरकार के पांच साल पूरे करने का विश्वास है.

सुप्रीम कोर्ट में रातभर चली दुर्लभ कानूनी लड़ाई के बाद शपथ लेने के तुरंत बाद येद्दियुरप्पा ने पहला संवाददाता सम्मेलन संबोधित किया. कांग्रेस – जद ( एस ) ने सरकार गठन को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. येद्दियुरप्पा ने सभी विधायकों से अपने ‘‘विवेक” के अनुसार और जनादेश बनाए रखने के लिए वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि मुझे सफलता का 100 फीसदी भरोसा है. मेरे पास मेरे और मेरी पार्टी के लिए लोगों का समर्थन है. येद्दियुरप्पा के सामने अब 112 विधायकों का समर्थन पेश करने की चुनौती है.

आपको बता दें कि भाजपा 12 मई को हुए चुनावों में 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी. हालांकि चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने किसानों की कर्जमाफी को सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे के तौर पर पेश किया था. येदियुरप्पा ने चुनाव प्रचार के दौरान खुद कहा था कि सरकार बनने के बाद वह जल्द से जल्द कर्जमाफी का एलान करेंगे. अपने किसान प्रेम को जनता के सामने पेश करने के लिए गुरुवार को येदियुरप्पा ने ईश्वर के साथ-साथ किसानों के नाम पर भी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

Next Article

Exit mobile version