नयी दिल्ली : भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने कटाक्ष किया कि कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला के राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा को आमंत्रित करने से ऐसी स्थिति पैदा हो गई है जिसमें इंडियन प्रीमियर लीग ( आईपीएल ) में क्रिकेटरों की नीलामी की तरह विधायकों की ‘इंडियन पॉलिटिकल लीग’ के तहत नीलामी की जायेगी.
सिन्हा ने राज्यपाल के निर्णय के खिलाफ राष्ट्रपति भवन के बाहर विरोध जताया और आरोप लगाया कि इस ‘असंवैधानिक ‘ कदम से ‘लोकतंत्र की हत्या ‘ हुई है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री सरकार गठन के लिए भाजपा को आमंत्रित करने संबंधी राज्यपाल के निर्णय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाने वाले कांग्रेस और जद ( एस ) से भी प्रभावित नहीं थे.
उन्होंने कहा कि यह देश की राजनीतिक व्यवस्था की ‘कमजोरी’ है कि इस तरह के मामलों में वह न्याय देने में विफल रहा. इससे पूर्व दिन में सिन्हा ने ट्वीट किया कि कर्नाटक का घटनाक्रम 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद दिल्ली में होने वाली गतिविधियों का पूर्वाभ्यास है. उन्होंने कहा ,‘भाजपा के पास बहुमत के लिए आठ विधायक कम है. अब वह ( बहुमत साबित करने के लिए ) आवश्यक संख्या कहां से जुटायेगी? ‘सिन्हा ने कहा ,‘ राज्यपाल ने ठीक उसके विपरीत किया जो उनसे संविधान के तहत किये जाने की उम्मीद थी.
क्रिकेट में आईपीएल की तरह ही राज्यपाल के निर्णय से इंडियन पॉलिटिकल लीग बन गई है जहां विधायकों की नीलामी की जायेगी. यह लोकतंत्र की हत्या है.’ राज्यपाल पर निशान साधते हुए उन्होंने कहा कि यदि राज्यपाल ‘पार्टियों के सिपाहियों’ के रूप में काम करना शुरू कर देंगे तो लोकतंत्र काम नहीं करेगा.
भाजपा नेता बी एस येद्दियुरप्पा ने गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उच्चतम न्यायालय के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार करने के कुछ घंटों बाद येद्दियुरप्पा ने शपथ ली.
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भाजपा 104 सीटों पर जीत हासिल करके सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस ने 78 सीटों पर और जद ( एस ) ने 37 सीटों पर जीत हासिल की है. राज्यपाल ने बहुमत साबित करने के लिए भाजपा को 15 दिन का समय दिया है.