18 मई का इतिहास : स्माइलिंग बुद्धा के नाम से भारत ने आज ही किया था पहला परमाणु परीक्षण
नयी दिल्ली : दुनिया में हर दिन कुछ न कुछ अच्छा बुरा घटित होता रहता है. इनमें से कुछ घटनाएं वक्त के साथ भुला दी जाती हैं और कुछ अधिक महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास में दर्ज हो जाती हैं. 1974 को आज के दिन की एक ऐसी अहम घटना इतिहास में दर्ज है, जिसने भारत को […]
नयी दिल्ली : दुनिया में हर दिन कुछ न कुछ अच्छा बुरा घटित होता रहता है. इनमें से कुछ घटनाएं वक्त के साथ भुला दी जाती हैं और कुछ अधिक महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास में दर्ज हो जाती हैं. 1974 को आज के दिन की एक ऐसी अहम घटना इतिहास में दर्ज है, जिसने भारत को दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा कर दिया. भारत ने आज ही के दिन राजस्थान के पोखरण में अपना पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण किया था. इस परीक्षण को ‘स्माइलिंग बुद्धा’ का नाम दिया गया था.
यह पहला मौका था जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों के अलावा किसी और देश ने परमाणु परीक्षण करने का साहस किया.
इस तारीख पर दर्ज चंद और अहम घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है :
1912 : पहली भारतीय फीचर लेंथ फिल्म श्री पुंडालिक रिलीज.
1996 : एचडी देवगौड़ा – भारत के बारहवें प्रधानमंत्री बने.
1974 : राजस्थान के पोख़रण में पहले भूमिगत परमाणु बम परीक्षण के साथ भारत परमाणु शक्ति संपन्न देश बना.
1991 : ब्रिटेन की पहली ऐस्ट्रॉनॉट हेलेन शर्मन ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी.
2009 : श्रीलंका सरकार ने 25 साल से तमिल विद्रोहियों के साथ हो रही जंग के खत्म होने का एलान किया.
सेना ने देश के उत्तरी हिस्से पर कब्जा किया और लिट्टे प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन को मार डाला गया.
1994 : गाजा पट्टी क्षेत्र सेअंतिम इस्रायली सैनिक टुकड़ी हटाये जाने के साथ ही क्षेत्र पर फ़िलिस्तीनी स्वायत्तशासी शासन पूर्णत: लागू.
2004: इस्रायल के राफा विस्थापित कैंप में इस्रायली सैनिकों ने 19 फ़िलिस्तीनियों को मौत के घाट उतारा.
आज ही पोखरण परमाणु परीक्षण दिवस (1974) और अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस भी मनाया जाता है.
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