भ्रष्टाचार के मामले में तेलांगना दूसरा, तो आंध्र प्रदेश को चौथा स्थान : सर्वे

हैदराबाद :आमतौर पर उत्तर भारत के राज्यों को सबसे भ्रष्ट समझा जाता है, लेकिन एक सर्वे से पता चला है कि दक्षिण भारत में भ्रष्टाचार की समस्या सबसे गंभीर है. भ्रष्टाचार के मामले में तामिलनाडु टॉप पर है. वहीं भ्रष्टाचार के मामले में तेलागांना पूरे देशभर में दूसरे स्थान पर है. वहीं आंध्र प्रदेश का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2018 3:47 PM

हैदराबाद :आमतौर पर उत्तर भारत के राज्यों को सबसे भ्रष्ट समझा जाता है, लेकिन एक सर्वे से पता चला है कि दक्षिण भारत में भ्रष्टाचार की समस्या सबसे गंभीर है. भ्रष्टाचार के मामले में तामिलनाडु टॉप पर है. वहीं भ्रष्टाचार के मामले में तेलागांना पूरे देशभर में दूसरे स्थान पर है. वहीं आंध्र प्रदेश का स्थान चौथा है. ‘सीएमस इंडिया करप्शन स्टडी -2018’ के सर्वे में जारी नतीजों से बात सामने आयी. शुक्रवार को जारी रैंकिंग में यह बात सामने आयी.

खास बात यह है कि महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सक्रियता देखी गयी है. इन राज्यों में एक सिविल सोसाइटी भी सक्रिय है. तेलांगना में 73 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उन्हें सरकारी सेवाओं के लिए घूस देना पड़ा. सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोगों के मुताबिक ट्रांसपोर्ट, पुलिस, हाउसिंग, लैंड रिकार्ड, हेल्थ सर्विस और हॉस्पीटल सर्विस में घूसखोरी की शिकायते सबसे ज्यादा पायी गयी. सात प्रतिशत लोगों ने बताया कि उन्हें वोटर आइडी और आधार कार्ड बनाने के लिए भी घूस देना पड़े.
कई विभागों में भी रिश्वतों की शिकायत मिली है. इनमें ड्राइविंग लाइसेंस, एफआइआर दर्ज करने की शिकायत, पीडीएस राशन कार्ड, स्कूलों में दाखिला के दौरान आमतौर पर घूस की मांग की गयी. तेलांगना में 40 प्रतिशत लोगों ने बताया कि सरकारी सेवाओं से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार कदम उठायी है.

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