कैसा था JEE Advanced का पेपर, क्या कहते हैं – एक्सपर्ट और छात्र ?
JEE Advanced (जेईई एडवांस) की परीक्षा में करीब डेढ़ लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए. पहली बार ऑनलाइन मोड में हो रही परीक्षा को लेकर छात्रों के मन कई तरह के संदेह हैं. परीक्षा हॉल से बाहर निकले छात्रों ने प्रतिक्रिया जतायी है. छात्रों के मुताबिक – पेपर सामान्य था. मैथ्स का पेपर आसान था […]
JEE Advanced (जेईई एडवांस) की परीक्षा में करीब डेढ़ लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए. पहली बार ऑनलाइन मोड में हो रही परीक्षा को लेकर छात्रों के मन कई तरह के संदेह हैं. परीक्षा हॉल से बाहर निकले छात्रों ने प्रतिक्रिया जतायी है.
छात्रों के मुताबिक
– पेपर सामान्य था. मैथ्स का पेपर आसान था लेकिन फिजिक्स का प्रश्नपत्र थोड़ा कठिन था.
– कुल प्रश्नों की संख्या 54 थी. प्रश्नों की संख्या न तो बढ़ायी गयी है, न ही कम किया गया है. पिछले साल की तुलना में अधिकतम मार्क्स 183 की जगह 180 कर दिया गया है.
-टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड था, विद्यार्थियों के पास किसी भी ऑप्शन को चुनने के बाद बदलने की सुविधा थी
– परीक्षार्थियों की उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए बॉयोमैट्रिक एटेंडेंस का प्रवाधान था.
कैसा था पेपर -1
अधिकतम अंक – 180
समय – 3 घंटे
1. पहले पेपर में 54 प्रश्न थे. यह तीन भागों में विभाजित था – फिजिक्स, केमस्ट्री और मैथ्स
2. पेपर के हर विषय तीन सेक्शन में विभाजित थे. सेक्शन -1, सेक्शन -2 और सेक्शन -3. तीनों पार्ट : 24-24 और 12 मार्क्स में बंटे थे.
3. सेक्शन -1 में 6 प्रश्न थे. इनमें चार विकल्प थे. इन प्रश्नों के उत्तर में एक से अधिक विकल्प सही दिये गये थे. चारों विकल्प सही होने पर +4 मार्क्स, +1 मार्क्स एक विकल्प सही होने पर, कोई रिस्पांस नहीं करने पर जीरो मार्क्स. इस सेक्शन का अधिकतम अंक 24 था.
2. सेक्शन – 2 में कुल 8 प्रश्न थे. हालांकि इसके मार्किंग स्कीम की व्यवस्था थोड़ी जटिल थी. सही उत्तर देने पर परीक्षार्थियों को +3 मार्क्स दिये जाने का प्रवाधान है. इस सेक्शन का अधिकतम अंक 24 है.
3. सेक्शन – 3 में दो Comprehensions थे. हर comprehension में दो प्रश्न थे. दोनों प्रश्नों के केवल एक सही विकल्प दिया गया था. सही उत्तर देने पर परीक्षार्थी को 3 मार्क्स व गलत देने पर -1 निगेटिव मार्किंग का प्रवाधान है. इस सेक्शन का अधिकतम अंक 12 था.
Ramesh Batlish
FIITJEE Expert