संसद की सीढि़यों पर मोदी ने टेका माथा
नयी दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी ने आज संसद भवन में पहली बार प्रवेश करते समय उसकी सीढि़यों पर माथा टेक कर लोकतंत्र के मंदिर के प्रति सम्मान जताया. संसद भवन के मुख्य द्वार पंहुचने पर भाजपा नेताओं ने गुलदस्ते भेंट करके उनका स्वागत किया. अभिवादन स्वीकार करने के बाद […]
नयी दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी ने आज संसद भवन में पहली बार प्रवेश करते समय उसकी सीढि़यों पर माथा टेक कर लोकतंत्र के मंदिर के प्रति सम्मान जताया. संसद भवन के मुख्य द्वार पंहुचने पर भाजपा नेताओं ने गुलदस्ते भेंट करके उनका स्वागत किया.
अभिवादन स्वीकार करने के बाद मोदी ने नमन करते हुए प्रवेश द्वार की धरती को स्पर्श किया. ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में भाजपा संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में संसद भवन पहली आने के संदर्भ में मोदी ने कहा, यहां मैं पहली बार आया हूं.
शायद मेरे साथ हमेशा ऐसा होता है. गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं पहली बार गुजरात विधानसभा गया था. यहां भी आने का यह पहला अवसर मिला है. संसद को लोकतंत्र का मंदिर बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए उनके मन में अत्यधिक सम्मान है.
भारत के लोकतंत्र की सराहना में उन्होंने कहा कि उनका इस पद (प्रधानमंत्री) के लिए चुना जाना दर्शाता है कि कैसे एक सामान्य व्यक्ति भी बडे लक्ष्यों की कामना करके उसे पा सकता है. इस अवसर पर पार्टी के कद्दावर नेता अटल बिहारी की अनुपस्थिति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, वाजपेयीजी स्वस्थ नहीं हैं. अगर वह उपस्थित हो पाते तो सोने पर सुहागा होता.