-स्टरलिन प्रदर्शन मामले में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने किया पुलिस फायरिंग का समर्थन कहा, अगर कोई आपपर हमला करता है, तो अपना बचाव करना स्वाभाविक है और तमिलनाडु पुलिस ने वही किया.
If someone is attacked, the natural course would be to defend & safeguard themselves. This is what has been done by the police in response: EK Palaniswami on #SterliteProtests. pic.twitter.com/4dedWZUH89
— ANI (@ANI) May 24, 2018
-गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा तूतीकोरीन में प्रदर्शन के दौरान 12 लोगों के मारे जाने की घटना दुखद है. प्रधानमंत्री इस घटना से चिंतित हैं और उन्होंने लोगों के मारे जाने पर दुख जताया है. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार ने मामले की रिपोर्ट मांगी है.
Deeply pained by loss of lives during protests in Tuticorin. PM is also concerned about situation & is pained by loss of lives. MHA has taken cognisance of situation & asked for report from state govt. Our thoughts are with the people of Tuticorin: HM Rajnath Singh #Thoothukudi pic.twitter.com/w3sOrtDMUd
— ANI (@ANI) May 24, 2018
-स्टालिन को हिरासत मेंलेने के बाद डीएमके कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प
– डीएमके नेता एमके स्टालिन को हिरासत में लिया गया.
तूतीकोरिन : डीएमके नेता एमके स्टालिन आज प्रदेश की अन्य पार्टियों के नेताओं के साथ तमिलनाडु सेक्रेटेरियट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान स्टालिन ने कहा कि 12 बेकसूर लोगों की मौत के बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी. मुख्यमंत्री तमाम घटनाक्रम से अप्रभावी नजर आ रहे हैं. उनसे इतना भी नहीं हुआ कि वे घटनास्थल पर जायें और प्रभावित लोगों से मिलें. इन परिस्थितियों में हम यह मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी अविलंब इस्तीफा दें. साथ ही डीजीपी राजेंद्र भी इस्तीफा दें.
तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आज जिला कलेक्टर को यह आदेश दिया कि वह स्टरलाइट कॉपर संयंत्री की विद्युत आपूर्ति बंद कर दे, जबतक कि इस संयंत्र को संचालित करने का लाइसेंस रिन्यू ना करवा ले. बोर्ड को बंद करने का आदेश भी सरकार की ओर से जारी किया गया है.
गौरतलब है कि स्टरलाइट संयंत्र के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों में से 12 की मौत पुलिस फायरिंग में हुई है. स्थानीय लोग वेदांता समूह के स्टरलाइट तांबा संयंत्र पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाते हुए इसे बंद कराने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे, जिन पर पुलिस ने फायरिंग की थी.