मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ के भारत आने पर फैसला आज
इस्लामाबाद : पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बारे में शुक्रवार को फैसला किए जाने की संभावना है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पर अभी विचार […]
इस्लामाबाद : पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बारे में शुक्रवार को फैसला किए जाने की संभावना है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पर अभी विचार कर रहे हैं और इस संबंध में सैन्य एवं असैन्य नेताओं से विचार विमर्श के शुक्रवार तक निर्णय लिया जायेगा.
विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तस्नीम असलम ने बताया कि औपचारिक निमंत्रण मिल गया है लेकिन प्रधानमंत्री नई दिल्ली में 26 मई को होने वाले समारोह में भाग लेने के संबंध में कोई भी फैसला गुरुवार को करेंगे. लेकिन पाक विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस पर फैसला शुक्रवार तक के लिए टाल दिया गया है. प्रधानमंत्री के स्थान पर किसी और को उनके प्रतिनिधि के तौर पर भेजना एक सामान्य प्रक्रिया है. तस्नीम ने कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि भारत की नई सरकार द्विपक्षीय मसले सुलझाने की महत्ता समझेगी.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान को दक्षिण एशिया में शांति एवं विकास के लिए दोनों देशों के बीच लगातार और निर्बाध बातचीत की उम्मीद है. शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री वाणिज्यिक एवं व्यावसायिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत के साथ संबंध सामान्य करना चाहते हैं. पीएमएलएन के एक शीर्ष नेता ने आज कहा, वह (शरीफ) संबंध सुधारना चाहते हैं जो कि पार्टी की आधिकारिक नीति भी है लेकिन उन्हें संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि निमंत्रण अभी मिला है और प्रधानमंत्री को इसे स्वीकार करने के लिए समय की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत जाने के संबंध में कोई भी निर्णय सैन्य एवं असैन्य नेताओं से विचार-विमर्श के बाद शाम तक लिया जाएगा.
राजनयिक सूत्रों ने कहा कि भारत के भावी प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित कदम के कारण शरीफ को निर्णय लेने में मुश्किल हो रही है. एक राजनयिक ने कहा, यदि वह निमंत्रण स्वीकार नहीं करते हैं तो इससे भारत और दुनिया को बहुत नकारात्मक संदेश जाएगा ,लेकिन यदि वह इसे स्वीकार कर लेते हैं तो उन्हें मोदी को पाकिस्तान विरोधी समझने वाले कट्टरपंथियों की आलोचना का शिकार होना पड सकता है.