कर्नाटक : कुमारास्वामी कैबिनेट का विस्तार, बातचीत के लिए दिल्ली रवाना हुए कांग्रेस के नेता

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के राज्य विधानसभा में बहुमत साबित कर लेने के बाद प्रदेश कांग्रेस के नेता पार्टी आलाकमान के साथ कैबिनेट विस्तार और प्रभार आवंटन के मुद्दों पर चर्चा के लिए शनिवार को दिल्ली रवाना हो गये. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख जी परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2018 8:32 PM

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के राज्य विधानसभा में बहुमत साबित कर लेने के बाद प्रदेश कांग्रेस के नेता पार्टी आलाकमान के साथ कैबिनेट विस्तार और प्रभार आवंटन के मुद्दों पर चर्चा के लिए शनिवार को दिल्ली रवाना हो गये.

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख जी परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार सहित कांग्रेस के नेताओं के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी के साथ चर्चा करने की उम्मीद है. परमेश्वर ने एक विशेष विमान में दिल्ली रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘सभी चर्चाएं दिल्ली में होंगी (कैबिनेट विस्तार , किसे लेना है और किसे प्राथमिकता देनी है) मानदंड आलाकमान द्वारा तय किये जायेंगे.’ कांग्रेस-जदएस सरकार का नेतृत्व कर रहे कुमारस्वामी के विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद से ही कैबिनेट विस्तार को लेकर गठबंधन साझेदारों के बीच बातचीत शुरू हो गयी थी.

पार्टी सूत्रों के अनुसार इस मुद्दे पर एक और दौर की बैठक शनिवार को यहां एक निजी होटल में हुई. बैठक में कुमारस्वामी, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया, परमेश्वर और कांग्रेस महासचिव एवं कर्नाटक के पार्टी मामलों के प्रभारी केसी वेणुगोपाल शामिल थे. यह पहले ही निर्णय हो चुका है कि कांग्रेस के 22 मंत्री और जदएस के 12 मंत्री होंगे. प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री का पद नहीं मिलने से कथित रूप से नाखुश हैं.

बीएस येदियुरप्पा के शक्तिपरीक्षण से पहले कांग्रेस विधायकों को एकजुट रखने में शिवकुमार महत्वपूर्ण व्यक्ति के तौर पर उभरे थे. परमेश्वर ने इसका संकेत दिया कि वह प्रदेश पार्टी प्रमुख का पद छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि पद के लिए कांग्रेस में कई सक्षम नेता हैं. उन्होंने कहा, ‘चूंकि मैं एक मंत्री बन गया हूं, स्वभाविक रूप से मुझे प्रदेश पार्टी प्रमुख का पद छोड़ना होगा. मैं इस पद पर करीब आठ वर्ष तक रहा. पार्टी में कई ऐसे नेता हैं जो कि मुझसे अधिक कुशल हैं. मौका मिलने पर वे पार्टी को बेहतर तरीके से व्यवस्थित कर सकते हैं.’ कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि सरकार सुचारू रूप से चले इसके लिए एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने के वास्ते एक समन्वय समिति पर चर्चा चल रही है.

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