मुस्लिम लीग के मुखपत्र ने राहुल पर मढ़ा दोष, कांग्रेस ने की आलोचना
तिरुवनंतपुरम : इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के मुखपत्र के संपादकीय में राहुल पर दोष मढे जाने से चिढी कांग्रेस ने उसे चेताते हुए भारत की सबसे पुरानी पार्टी और उसके नेतृत्व को नसीहत देना बंद करने के लिए कहा. काफी तल्ख शब्दों वाले संपादकीय में कांग्रेस दैनिक वीक्षनम ने कहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल […]
तिरुवनंतपुरम : इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के मुखपत्र के संपादकीय में राहुल पर दोष मढे जाने से चिढी कांग्रेस ने उसे चेताते हुए भारत की सबसे पुरानी पार्टी और उसके नेतृत्व को नसीहत देना बंद करने के लिए कहा.
काफी तल्ख शब्दों वाले संपादकीय में कांग्रेस दैनिक वीक्षनम ने कहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से चलाये गए प्रचार अभियान को लेकर आइयूएमएल का मुखपत्र चंद्रिका राजनीतिक मर्यादा और नैतिकता के खिलाफ गया है.
कांग्रेस अखबार ने कहा, लोकसभा चुनावों में लीग की राष्ट्रीय भूमिका नहीं है. कांग्रेस को उसका उपदेश गैलरी में आराम से बैठे खिलाडी द्वारा टिप्स देने जैसा है. यह भी याद करते हुए कहा गया है कि यह पहली बार नहीं है जब सहयोगी ने अपनी कमजोरी और सीमित भूमिका से अनजान हो कांग्रेस पर निशाना साधा है.
लीग के नेताओं के इस स्पष्टीकरण को खारिज करते हुए कि चंद्रिका का संपादकीय रचनात्मक और बेहतरी के इरादे से लिखा गया है, कांग्रेस अखबार ने कहा, हमें मुस्लिम लीग से इंट्रेंस कोचिंग अथवा इसके आधिकारिक मुखपत्र से होम ट्यूशन नहीं लेना है. कांग्रेस ने कहा कि आइयूएमएल ऐसी पार्टी है जो पश्चिम बंगाल या उत्तरप्रदेश में पंचायत की एक सीट नहीं जीत सकती ,जहां मुस्लिमों की आबादी करीब 25 प्रतिशत है और उसे भ्रम है कि केरल ही भारत है.
तीखी टिप्पणी करते हुए लीग दैनिक ने कल कहा था कि राहुल गांधी के वन मैन शो से चुनावों में उनकी पार्टी को फायदा नहीं हुआ क्योंकि वह लोगों की धड़कन को नहीं जान सके और नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा के हमले का सामना नहीं कर सके.
कांग्रेस में पूर्ण बदलाव की जरुरत शीर्षक संपादकीय में कहा गया था, महज देश भर में घूमना ही काफी नहीं है…चुनाव रणनीति के लिए राहुल ने केवल अपने नजदीक के ही कुछ युवा नेताओं को विश्वास में लिया. राज्य विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार से राहुल ने कुछ भी सबक नहीं सीखा.