बेंगलुरु : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर उनकी पार्टी और जदएस के बीच अभी कोई चर्चा नहीं हुई है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और जदएस ने लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन करने का फैसला किया है.
राज्य में हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जदएस के साथ गठबंधन 2019 में भाजपा को सत्ता से दूर रखने पर केंद्रित है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘हमने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए लोकसभा चुनाव के वास्ते भी (जदएस के साथ) गठबंधन किया है. हमने अभी तक सीट बंटवारे पर चर्चा नहीं की है. सीटों पर फैसले के लिए दोनों दल मेज पर बैठेंगे.’ परमेश्वर ने कहा, ‘मैं और मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी साथ बैठेंगे और भ्रम की कोई गुंजाइश छोड़े बिना उम्मीदवारों की शक्ति के आधार पर उनके बारे में फैसला करेंगे.
विभागों के बंटवारे पर विवाद की खबरों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 22 पद मिले हैं जिन्हें यह बिना किसी बाधा के वितिरत करेगी. गठबंधन सरकार में लिये गये फैसले को मानना दोनों दलों के लिए बाध्यकारी है. कांग्रेस विधायकों के मंत्री पद मांगने के मुद्दे पर परमेश्वर ने कहा कि ऐसे सुझाव थे कि जो व्यक्ति दो से अधिक बार मंत्री रह चुका है, उसे अब मंत्री पद नहीं दिया जाना चाहिए. उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने उनके सुझावों को संज्ञान के लिए पार्टी आलाकमान को भेज दिया है.’ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और उनके सांसद भाई डीके सुरेश से जुड़े लोगों के परिसरों पर सीबीआई के छापों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सीबीआई का दुरुपयोग कर रहा है.
मुख्यमंत्री द्वारा अपनी अध्यक्षता में होनेवाली बैठकों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाये जाने के फैसले का समर्थन करते हुए परमेश्वर ने कहा कि इससे बिना किसी परेशानी के काम करने में मदद मिलेगी. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस और जदएस चुनाव पूर्व गठबंधन के रूप में अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगी.