नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दक्षिण अफ्रीका लेकर जाने वाला वीआईपी एम्ब्रायर विमान से 14 मिनट के लिए संपर्क टूट गया जिसके बाद मॉरिशस हवाई यातायात नियंत्रण के ‘पैनिक बटन’ दबाने से अफरा-तफरी मच गई.
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने बयान जारी कर बताया कि भारतीय वायुसेना के विमान आईएफसी 31 के शनिवार को माले एटीसी से मॉरिशस के वायु क्षेत्र के लिए रवाना होने के बाद संपर्क स्थापित नहीं हो सका.
इसने कहा कि आवश्यक रूप से 30 मिनट के समय का इंतजार किए बगैर अनिश्चितता वाले चरण को सक्रिय किया गया जिसे विमानन की भाषा में आईएनसीईआरएफए कहा जाता है. एएआई ने कहा , मॉरिशस एटीसी ने तय समय सीमा 30 मिनट का इंतजार किए बगैर एटीसी को सक्रिय कर दिया. ऐसा इसलिए किया गया कि विमान में वीआईपी सवार थीं.
मंत्री को ले जाने वाले एंब्रायर विमान का रेंज अधिक नहीं होने के कारण इसे तिरुवनंतपुरम और मॉरिशस में ईंधन भराने के लिए रूकना पड़ा. विमान तिरुवनंतपुरम से मॉरिशस के लिए दोपहर दो बजकर आठ मिनट पर रवाना हुआ.
भारतीय हवाई क्षेत्र से रवाना होने के बाद इसे माले आईटीसी के हवाले कर दिया गया जिसने विमान से शाम चार बजकर 44 मिनट पर संपर्क किया था. एएआई ने बताया कि मॉरिशस एटीसी के हवाले किए जाने के तुरंत बाद यह घटना हुई जिससे घबराहट फैल गई. बहरहाल चार बजकर 58 मिनट पर विमान से संपर्क होने के बाद सबने चैन की सांस ली. इधर खबर है कि सुषमा स्वराज पांच दिवसीय यात्रा पर जोहानसबर्ग पहुंच गयी हैं. गौरतलब हो दो जून को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दक्षिण अफ्रीका की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हुईं.
External Affairs Minister Sushma Swaraj, arrives in Johannesburg. She is on a 5-day visit to #SouthAfrica for attending meetings of BRICS and IBSA. pic.twitter.com/4JBkSzXoZQ
— ANI (@ANI) June 3, 2018
विदेश मंत्री वहां दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर रही हैं और ब्रिक्स एवं आईबीएसए की बैठकों में हिस्सा लेंगी. ब्रिक्स एवं आईबीएसए ऐसे दो प्रमुख समूह हैं , जिनमें भारत अहम भूमिका निभा रहा है.
विदेश मंत्रालय ने बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दक्षिण अफ्रीका के पीटरमैरिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन के डब्बे से महात्मा गांधी को उतारने की घटना के 125 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में वहां आयोजित होने वाले कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगी.
वर्ष 1893 की यह घटना दक्षिण अफ्रीका में नस्ली भेदभाव के खिलाफ गांधी के संघर्ष में अहम मोड़ साबित हुई. अफ्रीकी देश की यात्रा के दौरान सुषमा चार जून को होने वाली ब्रिक्स देशों (ब्राजील , रूस , भारत , चीन और दक्षिण अफ्रीका) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगी.
इसके अलावा वह आईबीएसए (भारत , ब्राजील , दक्षिण अफ्रीका) के विदेश मंत्रियों की बैठक की भी अगुवाई करेंगी. इस संगठन का उद्देश्य अहम वैश्विक मुद्दों पर तीनों देशों के मध्य संबंध प्रगाढ़ करना है.
विदेश मंत्रालय ने कहा , विदेश मंत्री चार जून , 2018 को ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगी और आईबीएसए देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक की अगुवाई करेंगी.