मेघायल : शिलांग के हिंसा ग्रस्त इलाके में फिर कर्फ्यू बढ़ाया गया, इंटरनेट-मोबाइल पर भी रोक
शिलांग : मेघालय की राजधानी शिलांग के उपद्रव ग्रस्त इलाके में आजकर्फ्यूकी अवधिफिर बढ़ा दी गयी. प्रशासन ने यह कदम हालात की समीक्षा करने के बाद उठाया है. चार दिनों से जारी तनाव के बीच यहां उपद्रव ग्रस्त इलाके में पिछली रात पुलिस पर भी पत्थर फेंके गये. यहां पिछले सप्ताह गुरुवार को हिंसा भड़की […]
शिलांग : मेघालय की राजधानी शिलांग के उपद्रव ग्रस्त इलाके में आजकर्फ्यूकी अवधिफिर बढ़ा दी गयी. प्रशासन ने यह कदम हालात की समीक्षा करने के बाद उठाया है. चार दिनों से जारी तनाव के बीच यहां उपद्रव ग्रस्त इलाके में पिछली रात पुलिस पर भी पत्थर फेंके गये. यहां पिछले सप्ताह गुरुवार को हिंसा भड़की थी. हिंसा पंजाबी लाइन में रहने वाले सिख समुदाय एवं खासी समुदाय से संबंध रखने वाले सरकारी बस कर्मियों के बीच किसी बात पर हुई झड़प के कारण फैली थी.
इसके बाद प्रशासन ने एक जून को प्रभावित इलाकों मेंकर्फ्यूलगा दिया. इस्ट खासी हिल्स के डिप्टी कमिश्नर पीटर एस दखार ने कहा है कि इलाके मेंकर्फ्यूसोमवार शाम चार बजे से मंगलवार सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा. मालूम हो कि रविवार को हालात नियंत्रितहोने परकर्फ्यूमें छूट दी गयी थी, लेकिन रात में पत्थरबाजी के बाद उसे आज शाम से फिर जारी रखने का निर्णय लिया गया. रविवार काे सुबह आठ बजे से सात घंटे तक करफ्यू में छूट दी गयी थी. उन्हाेंने कहा है कि इलाका अभी तनावपूर्ण है. उन्होंनेकहाहै कि अभी इंटरनेट व मोबाइल सर्विस पर रोक जारी रहेगी. साथ ही गलत ढंग से पेट्रोल व डीजल की बिक्री नहीं होने दी जाएगी.
कैसे भड़की थी हिंसा?
शिलांग पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस के ड्राइवर व कुछ महिलाओं के बीच किसी वजह से टकराव हुआ था. यह टकराव हिंसा में बदल गया और तीन लोगों पर हमले किये गये.
उधर, हालात पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू नजर बनाये हुए हैं. उन्होंने अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहने की अपील की है और कहा है कि सिख समुदाय की संपत्तियों व धार्मिक स्थलों को नुकसान नहीं हुआ है. कानून एवं व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है. वहीं, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने इसे सांप्रदायिक हिंसा मानने से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि हिंसा में गिरफ्तार किये गये ज्यादातर लोग इस्ट खासी हिल्स जिले के बाहरके हैं. उनसे कुछ सिख प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की है.