बेंगलुरु : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने सोमवार को संकेत दिये कि राज्य के कांग्रेस नेता नयी दिल्ली का दौरा कर आलाकमान के साथ मंत्रियों की सूची और विभागों के बंटवारे पर चर्चा कर सकते हैं. कर्नाटक में छह जून को कैबिनेट का विस्तार होनेवाला है.
परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम दिल्ली सोमवार को या मंगलवार को जा रहे हैं. सूचना यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को विदेश से लौटेंगे. लौटते ही वह हमें फोन करेंगे और तब हम जायेंगे.’ परमेश्वर राज्य कांग्रेस के प्रमुख भी हैं. कर्नाटक गठबंधन के दोनों दलों कांग्रेस और जदएस ने विभागों के बंटवारे की घोषणा की है. समझौते के तहत कांग्रेस को गृह, सिंचाई, बेंगलुरु शहरी विकास और कानून तथा संसदीय मामलों के मंत्रालय आदि विभाग मिलेंगे. जदएस के विभागों में वित्त, उत्पाद, सूचना, खुफिया, लोक निर्माण विभाग, बिजली, सहकारिता, पर्यटन, शिक्षा और परिवहन मंत्रालय होंगे. कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मंत्री पद की चाहत में दिल्ली में हैं और इस तरह की खबरें हैं कि लंबे समय तक मंत्री रहनेवाले नेताओं को पार्टी कार्यों में लगाया जा सकता है और कैबिनेट में नये चेहरों को जगह दी जा सकती है.
इस बारे में एक सवाल के जवाब में परमेश्वर ने कहा, ‘इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई.’ उन्होंने कहा कि इस तरह के विचार थे कि जो लोग लंबे समय से मंत्री थे, उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी जानी चाहिए और नये चेहरों को मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि कई बार चुनाव जीतने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिला. परमेश्वर ने कहा कि आलाकमान विभागों के बंटवारे में इस तरह के सुझावों पर गौर करेगा. मंत्री पद के लिए लॉबिंग करने का सिलसिला जदएस में भी चल रहा है और पार्टी के कुछ वरिष्ठ विधायक पार्टी सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवाना से क्षुब्ध हैं जो बिजली सहित दो मंत्रालय चाहते हैं.
परमेश्वर ने जिला प्रभारी मंत्रियों और खासकर पुराने मैसुरू क्षेत्र में जिला प्रभारी मंत्री के चयन पर जदएस के साथ किसी भी तरह के मतभेद से इनकार किया. जदएस के नेता एचडी कुमारास्वामी और परमेश्वर को 23 मई को कर्नाटक के क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायीगयी थी.