नयी दिल्ली : कर्नाटक में भाजपा के बड़ी पार्टी बनने के बावजूद विपक्ष की साझा सरकार बनने और उसके बाद उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार से विपक्ष उत्साहित है. विपक्षी खेमे के कद्दावर नेता व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि विपक्षी पार्टियां भाजपा को हराने के लिए एक साथ आ रही है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में लोकतंत्र मजबूत हो. शरद पवार ने कहा है कि वे साझा विपक्ष के आइडिया का समर्थन करते हैं. पवार ने यह भी कहा है कि उपचुनाव में भाजपा की हार कोई छोटी चीज नहीं है.
उन्होंने अभी एनडीए में शामिल शिवसेना को भी साथ आने का न्यौता दिया है. शरद पवार ने कहा है कि पालघर चुनाव से शिवसेना सीखे. इस सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में भाजपा व शिवसेना दोनों ने अपने उम्मीदवार खड़े किये थे, जिसमें भाजपा उम्मीदवार को जीत मिली.
शरद पवार ने भगवा पार्टी के खिलाफ सभी विरोधी दलों से एकजुट होने की अपील की और कहा है कि वे इसके लिए अहम भूमिका निभाने को तैयार हैं. उन्होंने मौजूदा स्थिति की तुलना 1977 से की, जब इमरजेंसी के बाद विपक्षी एकता के कारण इंदिरा गांधी को हार का सामना करना पड़ा था.
शरद पवार ने कहा है कि राज्यों में मौजूदगी रखने वाले दलों को एकजुट होना होगा और इनके बीच आम सहमति बनानी होगी. उन्होंने सोमवार को भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट से अपनी पार्टी के विजयी उम्मीदवार मधुकर कुकडे से मुलाकात भी की. शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है और कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं देखा.