नयी दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम अपने कार्यकाल के दौरान आईएनएक्स मीडिया को दी गई विदेशी निवेश मंजूरी के संबंध में पूछताछ के लिए बुधवार को सीबीआई मुख्यालय पहुंचे.
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने पूर्व मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी और उनकी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी आईएनएक्स मीडिया में विदेशी निवेश को मंजूरी देने की प्रक्रिया में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाया है. चिदंबरम विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की 305 करोड़ रुपये की मजूरी के संबंध में कथित भूमिका के लिए जांच एजेंसियों के दायरे में आए.
सीबीआई ने वर्ष 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी निधि हासिल करने के लिए आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी से मिली मंजूरी में कथित अनियमितता के लिए पिछले साल 15 मई को प्राथमिकी दर्ज की थी. यूपीए-1 सरकार के दौरान जब यह मंजूरी दी गयी तो उस समय वित्त मंत्री चिदंबरम थे.
चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को 10 लाख रुपये की निधि कथित तौर पर प्राप्त करने के लिए इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया. इस मामले में अन्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी हैं. दोनों अपनी 24 वर्षीय बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में बंद हैं.