धरना दे रहे अरविंद केजरीवाल को अब मिला ममता बनर्जी का समर्थन

नयी दिल्ली : आईएएस अधिकारियों की कथित हड़ताल को लेकर बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल दफ्तर में धरने पर बैठे नजर आए.इस बीच, पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2018 8:10 AM

नयी दिल्ली : आईएएस अधिकारियों की कथित हड़ताल को लेकर बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल दफ्तर में धरने पर बैठे नजर आए.इस बीच, पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के आंदोलन का समर्थन किया है.

ममता ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से उप राज्यपाल के कार्यालय में बैठे हैं. निर्वाचित मुख्यमंत्री को अवश्य ही उचित सम्मान मिलना चाहिए. आगे बंगाल की सीएम ने लिखा कि मैं भारत सरकार एवं दिल्ली के उप राज्यपाल से समस्या का तत्काल समाधान करने की अपील करती हूं ताकि लोगों को परेशानी न हो.

आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी उपराज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर में बुधवार से बेमियादी भूख हड़ताल शुरू कर दी है. एक दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गये थे. बुधवार को तीसरे दिन अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प लेते हुए पार्टी के विधायकों ने एलजी कार्यालय तक मार्च निकाला.

इधर, बुधवार को उपराज्यपाल बैजल ने केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गाबा से मिलकर राष्ट्रीय राजधानी की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की. सूत्रों ने बताया कि बैजल दूसरे दिन अपने कार्यालय नहीं पहुंचे. केजरीवाल अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ एलजी कार्यालय के अतिथि कक्ष में धरने पर बैठे हुए हैं. केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए आरोप लगाया कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार आईएएस अधिकारियों को निर्वाचित सरकार के खिलाफ विद्रोह करने के लिए उकसा रही है.

आप सरकार की मांगों में यह भी शामिल है कि उपराज्यपाल आईएएस अधिकारियों को उनकी ‘ हड़ताल ‘ समाप्त करने का निर्देश दें और उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें जिन्होंने चार महीने से काम को ‘ अवरुद्ध ‘ कर रखा है. केजरीवाल ने कल सुबह उपराज्यपाल के दफ्तर से ट्वीट किया कि यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री कार्यालय की हरी झंडी के बिना क्या आईएएस अधिकारियों का काम पर लौटना संभव है ? उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा , ‘‘ क्या मोदी सरकार दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों को बरबाद करने के लिए आईएएस अधिकारियों का इस्तेमाल एक औजार के तौर पर नहीं कर रही है ?”

उन्होंने कहा कि दिल्ली के विकास में ‘ रुकावटों ‘ को हटाने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा. केजरीवाल ने रविवार से पहले इस समस्या का हल नहीं निकलने पर उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय के बाहर धरना देने की धमकी दी है.

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