गौरी लंकेश हत्याकांड : एसआईटी ने श्रीराम सेना के जिला प्रमुख को भेजा समन

बेंगलुरु : पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने मामले में श्रीराम सेना के विजयपुरा जिला अध्यक्ष राकेश मथ को पूछताछ के लिए समन भेजा है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यहां इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2018 9:13 PM

बेंगलुरु : पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने मामले में श्रीराम सेना के विजयपुरा जिला अध्यक्ष राकेश मथ को पूछताछ के लिए समन भेजा है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यहां इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मथ से पूछताछ करने का निर्णय किया है, क्योंकि गौरी को गोली मारने वाला संदिग्ध परशुराम वाघमारे इसी हिंदुत्ववादी संगठन का सक्रिय सदस्य है.

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एसआईटी में शामिल इस अधिकारी ने बताया कि वह इस बात का पता लगाना चाहते हैं कि गौरी की नृशंस हत्या में कहीं मथ का भी तो हाथ नहीं है अथवा इस साजिश में शामिल होने के लिए उन्होंने वाघमारे का ‘ब्रेनवाश’ तो नहीं किया है. कर्नाटक के विजयपुरा जिले के सिंदागी शहर में जनवरी, 2012 में तहसीलदार कार्यालय में पाकिस्तानी झंडा फहराया गया था. मथ और वाघमारे कथित रूप से इसमें शामिल थे.

एसआईटी का मानना है कि कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों और मेंगलुरू सहित तटीय इलाकों में मथ का मजबूत आधार है. अधिकारी ने बताया कि हमने राकेश मथ को समन भेजा है. वह अबतक नहीं आया है. लंकेश की पिछले साल पांच सितंबर को बेंगलुरू स्थित आवास के प्रवेश द्वार पर गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.

इस बीच श्रीराम सेना के संस्थापक अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक ने खुद को और अपने संगठन को वाघमारे और गौरी की हत्या से अलग कर लिया है. मुतालिक ने कहा कि श्री राम सेना और वाघमारे के बीच कोई संबंध नहीं है. वह न तो हमारा सदस्य है और न ही हमारा कार्यकर्ता है. यह मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं. उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तानी झंडा फहराने का मामला सामने आया था, तो कहा गया कि वाघमारे श्री राम सेना का सदस्य है. हालांकि, उन्होंने यह साबित कर दिया कि वाघमारे उनके संगठन का नहीं, बल्कि आरएसएस का सदस्य है.

मुतालिक ने जोर देकर कहा कि आरएसएस के ड्रेस में मैने उसकी तस्वीर साझा की. मैने उस वक्त कहा था कि वह श्री राम सेना का नहीं, आरएसएस का कार्यकर्ता था.

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