नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हजारों स्वयंसेवियों के साथ योगासन करेंगे.
यह कार्यक्रम हिमालय की गोद में स्थापित वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) में आयोजित होगा. योग दिवस पर दुनियाभर में योग संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योगासन भारतीय ऋषियों द्वारा मानवजाति को दिये गये सबसे अनमोल उपहारों में से एक है.
मोदी के हवाले से बयान में कहा गया , योग सिर्फ शरीर को फिट रखने वाला अभ्यास नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य का पासपोर्ट है , फिटनेस और तंदरुस्ती की कुंजी है. योग केवल वह अभ्यास नहीं जो आप सुबह करते हैं. पूरी समझदारी और जागरूकता के साथ अपने दिनभर के क्रियाकलाप करना भी योग का ही रूप है.
बयान में कहा गया कि योग संयम और संतुलन का वादा करता है. मानसिक तनाव से पीड़ित विश्व में यह शांति का वादा करता है. ध्यान भंग करने वाले विश्व में यह ध्यान केन्द्रित करने में मदद करता है.
भय के विश्व में यह आशा , मजबूती और साहस का वादा करता है. प्रधानमंत्री ने विभिन्न योगासनों वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी साझा की. उन्होंने दुनियाभर में विभिन्न स्थानों पर योग करते लोगों की तस्वीरें भी डालीं। मोदी ने इससे पहले 2015 में नयी दिल्ली के राजपथ , 2016 में चंडीगढ़ के कैपीटल कांप्लैक्स और 2017 में लखनऊ के रामाबाई अंबेडकर सभा स्थल में योग कार्यक्रमों में भाग लिया था.