जम्मू-कश्मीर : बीवीआर सुब्रह्मण्यम नये मुख्य सचिव, विजय कुमार एवं बीबी व्यास गवर्नर के सलाहकार नियुक्त

श्रीनगर : छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम को बीबी व्यास की जगह जम्मू कश्मीर का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया. आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार , व्यास को पिछले महीने एक वर्ष का सेवा विस्तार दिया गया था और अब उन्हें राज्यपाल एन एन वोहरा का सलाहकार नियुक्त किया गया. पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2018 9:43 PM

श्रीनगर : छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम को बीबी व्यास की जगह जम्मू कश्मीर का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया. आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार , व्यास को पिछले महीने एक वर्ष का सेवा विस्तार दिया गया था और अब उन्हें राज्यपाल एन एन वोहरा का सलाहकार नियुक्त किया गया.

पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय कुमार राज्यपाल के एक अन्य सलाहकार होंगे. जम्मू कश्मीर की पीडीपी – भाजपा गठबंधन सरकार मंगलवार को गिरने के बाद बुधवार को राज्यपाल शासन लागू हुआ.

राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया है. सुब्रह्मण्यम अभी छत्तीसगढ़ में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) हैं. कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने छत्तीसगढ़ कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी सुब्रह्मण्यम की सेवाएं जम्मू – कश्मीर सरकार को देने को अपनी मंजूरी दे दी.

व्यास को पिछले महीने राज्य के मुख्य सचिव के पद पर 31 मई 2018 के आगे एक साल का सेवा विस्तार दिया गया था. कार्मिक मंत्रालय ने व्यास को विस्तार देने के लिए सेवा नियमों में संशोधन भी किया था. इस संशोधन के तहत ही 60 वर्ष की आयु के बाद उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था.

इससे पहले मुख्य सचिव पद पर 60 वर्ष आयु तक का ही कोई व्यक्ति नियुक्त किया जा सकता था. व्यास पिछले साल नवंबर में ही 60 वर्ष के हो गए थे. उन्हें तब से अभी तक दो बार सेवा विस्तार दिया गया , ताकि वह मई अंत तक मुख्य सचिव के तौर पर नियुक्त रह पाएं.

व्यास को यह सेवा विस्तार महबूबा मुफ्ती के अनुरोध पर दिया गया था , जिन्होंने कल भाजपा के उनकी पार्टी पीडीपी को दिए समर्थन को वापस लेने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.

सुब्रह्मण्यम को आंतरिक सुरक्षा मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। वर्ष 2004-2008 के बीच उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निजी सचिव के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी हैं। सुब्रह्मण्यम मई 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के समय पीएमओ में ही थे. वह मार्च 2015 तक पीएमओ में ही रहे और फिर वह अपने कैडर वाले प्रदेश छत्तीसगढ़ चले गये.

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