नैनीताल : वह तो घर आने की तैयारी में था और अपने बड़े भाई को फोन पर कह भी चुका था कि वह घर आ रहा है, लेकिन इससे पहले ही बुधवार देर रात को कुमाऊं रेजिमेंट के योगेश परगांई की मौत आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में हो गयी. योगेश की पोस्टिंग नागालैंड में थी और वह अपने दस्ते के साथ पेट्रोलिंग कर लौट रहा था. इसी दौरान कुछ आतंकियों ने उनपर हमला कर दिया जिसमें योगेश परगांई को सीने पर गोली लगी और वह शहीद हो गया.
योगेश परगांई ने घटना से ठीक 10 घंटे पहले अपने बड़े भाई से फोन पर बात की थी और अपने घर आने की बात कही थी. लेकिन अधिकारियों ने जब योगेश की मौत की खबर सुनायी तो परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा.
बता दें कि योगेश नैनीताल के ओखलकंडा के भद्रकोट के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी इंटर की पढ़ाई 2014 में पूरी की थी और उसके बाद सेना में भर्ती हो गये. वह नागालैंड के जखामा सीमा क्षेत्र में तैनात थे. योगेश का पार्थिव शरीर कल उनके घर लाया जायेगा जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा.