बेंगलुरु : कर्नाटक में शुक्रवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया जब एक मंत्री ने बयान दिया कि वह यहां स्थित हज भवन का नाम बदल कर मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान के नाम पर रखने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे. अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान के बयान की भाजपा ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह प्रस्ताव के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करेगी.
खान ने कहा कि हज समिति की हालिया समीक्षा बैठक के दौरान, अधिकारियों ने उनसे कहा कि हज यात्रियों की सुविधावाले हज भवन के नाम को बदलने के लिए कई आग्रह आये हैं. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के साथ (इस पर) चर्चा करूंगा और फिर देखते हैं.’ भाजपा ने हज भवन का नाम बदलने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि यह पूरे मुस्लिम समाज की इमारत है, केवल टीपू के समर्थकों की नहीं. पिछली कांग्रेस सरकार के समय टीपू जयंती समारोह का विरोध करनेवाली भाजपा ने यह भी दावा किया कि बीएस येदियुरप्पा नीत भाजपा सरकार ने भवन के लिए नयी इमारत के निर्माण हेतु कोष दिया था.
खान ने कहा कि जब तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने नयी इमारत का उद्घाटन किया था तो धार्मिक नेताओं और अन्य ने इसका नाम ‘हजरत टीपू सुल्तान हज घर’ करने की मांग की थी. हज भवन पर मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद शोभा करदंलाजे ने कहा कि इसका नाम किसी भी कीमत पर टीपू के नाम पर नहीं रखा जाना चाहिए और अगर ऐसा किया जाता है तो पूरे राज्य में इसका कड़ा विरोध होगा.