जम्मू-कश्मीर : ऑपरेशन ऑलआउट तेज, 21 आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट तेज देखने को मिल रही है. जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों ने 22 आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार की है. जिसमें से शुक्रवार को ही एक आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. अब सुरक्षाबलों की लिस्ट में 21 आतंकी बचे हैं. सूत्रों […]
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट तेज देखने को मिल रही है. जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों ने 22 आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार की है. जिसमें से शुक्रवार को ही एक आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. अब सुरक्षाबलों की लिस्ट में 21 आतंकी बचे हैं.
सूत्रों की मानें तो सुरक्षाबलों ने 21 टॉप आतंकियों के खात्मे के लिए ऑपरेशन चलाने का फैसला किया है जिनमें 11 आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के हैं, 7 लश्कर-ए-तैयबा, 2 जैश-ए-मोहम्मद और एक आतंकी अंसार गाजवत उल-हिंद (एजीएच) का है. सुरक्षा बलों का मुख्य फोकस इन 21 आतंकियों को ढेर करने पर है. इंटेलिजेंस एजेंसियों को इन 21 पर ज्यादा से ज्यादा जानकारियां एकत्रित करने को कहा गया है. इन 21 में से 6 आतंकियों को ‘A++’ कैटेगिरी में रखा गया है. इन आतंकियों की कैटेगिरी का आधार यह है कि किस आतंकी ने कितनी वारदात को अंजाम दिया है और किस आतंकी की क्षेत्र में कितनी पकड़ है.
आपको बता दें कि सेना ने शुक्रवार को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रमुख दाऊद अहमद सलाफी उर्फ बुरहान और उसके तीन सहयोगी को ढेर कर दिया. खबरों की मानें तो अब कश्मीर में टॉप आतंकियों के मारे जाने के बाद शव को परिजनों को नहीं सौंपा जाएगा. यानि सुरक्षाबल ढेर किये गये आतंकियों को किसी अज्ञात जगह पर दफन कर देंगे. इस फैसले को इसलिए अमल में लाया जा रहा है क्योंकि आतंकियों के समर्थक घाटी में उपद्रव मचाते नजर बाते हैं और सुपुर्द ए खाक के मौके पर भारी संख्या में लोग और कुछ आतंकी शामिल होते हैं. जनाजे पर हथियार लहराना तो उनके लिए मानों आम बात है जिससे स्थिति खराब होती है.