नयी दिल्लीः कांग्रेस ने कश्मीर पर यूएनएचआरसी की रिपोर्ट सामने आने को नरेंद्र नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति पर ‘सबसे बड़ा प्रश्नचिन्ह’ करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि उनके ‘बड़े-बड़े दावों और लगातार विदेश दौरों’ के बावजूद इस तरह की ‘शर्मनाक रिपोर्ट’ कैसे आ गई.पार्टी नेता पवन खेड़ा ने आज संवाददाताओं से कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री पूरी दुनिया में जाते हैं और बड़ी बड़ी बाते करते हैं। हाल ही में यूएनएचआरसी की रिपोर्ट का आना इस सरकार की विदेश नीति पर सबसे बड़ा प्रश्नचिन्ह है. यह रिपोर्ट शर्मनाक है. हमने इस रिपोर्ट को खारिज किया है.
सवाल यह है कि इस सरकार ने ऐसा कैसे होने दिया?” हाल ही में यूएनएचआरसी की रिपोर्ट आई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि ‘जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है. ‘ भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज किया था और कांग्रेस ने भी सरकार के रुख का समर्थन करते हुए इस रिपोर्ट को सच्चाई से परे करार दिया था.
खेड़ा ने दावा किया कि प्रधानमंत्री के ‘औपचारिक और अनौपचारिक दौरों’ के बाद भी सभी पड़ोसी देश इस वक्त चीन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मालदीव और सेशेल्स आंखे दिखा रहे है. नेपाल चीन के करीब चला गया है. रूस पाकिस्तान को हथियार बेच रहा है। हमारे पड़ोसी देश इस समय चीन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. यह बहुत बड़ी नाकामी है.