राजस्थान : घनश्याम तिवारी ने भाजपा छोड़ी, बोले – अघोषित अापातकाल से लड़ूंगा

भारत वाहिनी पार्टी का किया एलान,मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर साधा निशाना जयपुर : चुनावी साल में भारतीय जनता पार्टी के लिए बाहर वालों के साथ-साथ अपने खेमे से चुनौतियां उत्पन्न होती दिख रही हैं. पार्टी के दलित सांसद कई मुद्दों पर नाराजगी पहले से जताते रहे हैं. अब राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2018 2:29 PM

भारत वाहिनी पार्टी का किया एलान,मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर साधा निशाना

जयपुर : चुनावी साल में भारतीय जनता पार्टी के लिए बाहर वालों के साथ-साथ अपने खेमे से चुनौतियां उत्पन्न होती दिख रही हैं. पार्टी के दलित सांसद कई मुद्दों पर नाराजगी पहले से जताते रहे हैं. अब राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता घनश्याम तिवारी ने आज पार्टी से त्यागपत्र दे दिया और कहा कि वह ‘‘देश और प्रदेश में अघोषित आपातकाल’ से लड़ेंगे. घनश्याम तिवारी के रिश्ते राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से अच्छे नहीं रहे हैं. वसुंधरा राजे को इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव का सामना करना है, जहां उनके सामने कांग्रेस ने सचिन पायलट के नेतृत्व में खासा चुनौती खड़ी रखी है.

घनश्याम तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को लिखे पत्र में खुद के पार्टी छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं केंद्रीय नेतृत्व को जिम्मेवार ठहराया. वर्तमान में विधायक घनश्याम तिवारी ने कहा कि वे अपनी पार्टी भारत वाहिनी पार्टी से अपनी सीट सागानेर से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दावा किया के पार्टी के 15 विधायक उनके संपर्क में हैं. हालांकि तिवारी ने यह स्पष्ट किया है कि वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक से जुड़े रहेंगे और अपना रिश्ता नहीं तोड़ेंगे.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा 13 नंबर का बंगला खाली कराने, प्रेस का आर्थिक आजादी एवं तमाम उन मुद्दाें को लेकर लड़ेंगे जिससे जनता त्रस्त है. उन्होंने राज्य में अफसरों द्वारा किये जा रहे कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया और उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने का भी दावा किया. तिवारी ने कहा कि उन्होंने अपनी बात रखी है, अब अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुख्यमंत्री के खिलाफकार्रवाई करेंगे तो वे उनका स्वागत करेंगे.

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