नयी दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन संबंधी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को आज ‘‘ प्रेरित ‘ बताते हुए उसे खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के क्षेत्र में भारतीय सेना के रिकॉर्ड से कश्मीर के लोग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय वाकिफ हैं. एक समारोह से इतर रावत ने संवाददाताओं से कहा , ‘‘ मुझे भारतीय सेना के मानवाधिकार रिकॉर्ड के बारे में बोलने की जरूरत नहीं है. आप सभी इससे भली – भांति वाकिफ हैं , कश्मीर के लोग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इसे बेहतर ढंग से जानता है. मुझे नहीं लगता कि हमें इस रिपोर्ट को लेकर ज्यादा चिंता करनी चाहिए.इनमें से कुछ रिपोर्ट प्रेरित होती हैं. ‘
उन्होंने जोर दे कर कहा कि मानवाधिकार के क्षेत्र में भारतीय सेना का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है और सेना वहां अच्छा काम कर रही है. आपको बता दें कि इस महीने के आरंभ में जारी एक रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) ने कश्मीर और पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन की बात करते हुए इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की बात कही थी.
भारत ने बेहद कड़े शब्दों में रिपोर्ट को ‘‘ गलत , विवादास्पद और प्रेरित ‘ बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया था. विदेश मंत्रालय ने कहा था कि रिपार्ट ‘‘ अतिपूर्वाग्रही ‘ है और वह ‘‘ गलत छवि ‘ पेश करना चाहता है.