श्रीनगर : अमरनाथ की पवित्र गुफा की मुश्किल यात्रा के लिए 592 महिलाओं और 160 साधुओं समेत करीब 3500 श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था आज यहां से कश्मीर घाटी के आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ. हर वर्ष होने वाली 60 दिनों की यह तीर्थयात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम और गंदेरबाल जिले के बालटाल के दोहरे मार्गों से आज सुबह शुरू होने वाली थी लेकिन बारिश के चलते इसमें देरी हुई.
जम्मू – कश्मीर के कई हिस्से कल शाम से हल्की से भारी बारिश के चलते प्रभावित हुए हैं. बारिश के चलते पीरा के पास जम्मू – श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन भी हुआ. हालांकि संबंधित अधिकारियों द्वारा समय पर उठाये गये कदमों के चलते सड़क यातायात सामान्य बना रहा. अधिकारियों ने बताया कि सड़क मार्ग इस्तेमाल करने की अनुमति मिलने के बाद आज तड़के 3,434 श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था भगवती नगर आधार शिविर से कश्मीर के लिए रवाना हुआ और उनके शाम तक नूनवान – पहलगाम और बालटाल के आधार शिविरों तक पहुंचने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि 449 महिलाओं , दो बच्चों और 160 साधुओं समेत 2638 श्रद्धालुओं ने 36 किलोमीटर वाले पारंपरिक पहलगाम मार्ग चुना जबकि 143 महिलाओं और एक बच्चे समेत 796 श्रद्धालुओं ने 12 किलोमीटर की कम दूरी वाले बालटाल मार्ग से जाने का विकल्प चुना. इन श्रद्धालुओं को कड़ी सुरक्षा के बीच 114 हल्के और भारी मोटर वाहनों के बेड़े में जम्मू से रवाना किया गया. इसी के साथ कल से यहां से घाटी जाने वाले श्रदालुओं की संख्या 6429 हो गई है.
Pahalgam: #Visuals from #AmarnathYatra base camps after the ‘yatra’ was stalled due to heavy rainfall. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/uQg38Gtz3Z
— ANI (@ANI) June 28, 2018