नयी दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र संघ में अमेरिका की राजदूत निकी हेली बुधवार शाम भारत के कूटनीतिक दौरे पर पहुंची हैं. सरकारी कामकाज से इतर आज वे दिल्ली में विभिन्न धर्मों के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर गयीं. वे आज सुबह गैरी शंकर मंदिर गयीं. निकी हैली गुरुद्वारा सीसगंज साहिब गयीं और वहां लंगर के लिए रोटिंया बेलीं. इसके साथ ही निकी हेली प्रसिद्ध जामा मसजिद गयीं. निकी हैली ने अलग-अलग धर्म के इन प्रमुख धार्मिक स्थलों पर प्रार्थना भी की.
#WATCH: United States Ambassador to the United Nations #NikkiHaley prepares food for the langar (community kitchen) at Gurudwara Sis Ganj Sahib in Delhi. pic.twitter.com/8j7Y81wlSw
— ANI (@ANI) June 28, 2018
45 वर्षीया निकी हेली ने कल ही कहा था कि लोगों की स्वतंत्रता के लिए धर्म की स्वतंत्रता जरूरी हैं. ऐसे में अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर उनका जाना अहम माना जा रहा है. कल उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी.
सिख गुरुद्वारा समिति ने हेली के समक्ष उठाया अमेरिका में पकड़े गए 52 भारतीयों का मुद्दा
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली के समक्ष आज 52 भारतीयों का मुद्दा उठाया जिन्हें अमेरिकी राज्य ओरेगॉन के एक हिरासत केंद्र में रखा गया है. हिरासत केंद्र में रखे गए इन 52 भारतीयों में ज्यादातर सिख हैं जो अमेरिका में शरण मांगने गए अवैध आव्रजकों के एक बड़े दल का हिस्सा थे. भाजपा विधायक और डीएसजीएमसी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने हेली के समक्ष यह मुद्दा उस वक्त उठाया जब वह भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर के साथ यहां सीसगंज साहिब गुरुद्वारा पहुंची थीं. सिंह ने हेली से अपनी मुलाकात के संबंध में कई ट्वीट पोस्ट किए. हेली दो दिवसीय दौरे पर भारत आयी हैं. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत बनने के बाद वह पहली बार भारत पहुंची हैं. पंजाब से अमेरिका गए सिख आव्रजकों की बेटी हेली ने गुरुद्वारे में लंगर के लिए रोटियां भी बनायीं.
United States Ambassador to the United Nations #NikkiHaley visits Jama Masjid in Delhi. pic.twitter.com/n2brLO2PPq
— ANI (@ANI) June 28, 2018