नयी दिल्ली : एक हिंदू-मुस्लिम दंपती को पासपोर्ट जारी करने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पिछले कुछ दिनों से ट्रोल का लगातार सामना कर रही हैं. हालांकि, ट्रोल के खिलाफ अकेली लड़ रही सुषमा न अपनी आलोचना करने वाले ट्रोलरों को करारा जवाब दे रही हैं, बल्कि उन्होंने एक ट्विटर यूजर को ब्लॉक भी कर दिया है. सुषमा स्वराज को गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और रामविलास पासवान का साथ मिला है, लेकिन इस मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सुषमा से नाराज़ दिख रहा है.
सूत्रों की मानें, तो भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक बड़ा वर्ग विदेश मंत्रालय के रुख से सहमत नहीं है. संघ के सूत्रों का कहना है कि विदेश मंत्रालय अब तक इस विवाद के सवालों का जवाब नहीं दे पाया है. संघ के सूत्रों का कहना है कि पुलिस और एलआईयू की रिपोर्ट के बाद विदेश मंत्रालय को तन्वी सेठ और उनके पति अनस के पासपोर्ट को रद्द कर देना चाहिए था.
* सुषमा ने ट्रोलर को किया ब्लॉक
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर अपनी आलोचना करने वाले एक ट्रोल को तुरंत ‘ ब्लॉक ‘ करते हुए कहा कि ‘ इंतजार क्यों, लीजिए ब्लॉक कर दिया. ‘
* राजनाथ सिंह, गडकरी, पासवान और ममता का मिला साथ
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुषमा को ट्रोल करना गलत है. इस मुद्दे पर टिप्पणी करने वाले वह भाजपा के पहले नेता एवं केंद्रीय मंत्री हैं. इस बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी सुषमा के समर्थन में उतर गये. उन्होंने कहा, जिस तरह से सुषमा को ट्रोल किया गया और उनके खिलाफ जिस तरह का दुष्प्रचार किया गया, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
मेरी उनसे बातचीत हुई थी, लेकिन जब फैसला (पासपोर्ट के विषय पर) लिया गया था, तब वह देश में नहीं थीं. यह विवाद जिस वक्त हुआ था, उस समय विदेश मंत्री फ्रांस, बेल्जियम और लक्जमबर्ग की आधिकारिक यात्रा पर थी.
वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने टि्वटर पर ट्रोल हुई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समर्थन में उतरे और उन्होंने कहा, जिस तरीके से सुषमा स्वराज को ट्रोल किया गया और उनके खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाया जा रहा है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी उनसे बातचीत हुई, लेकिन जब पासपोर्ट जारी करने का फैसला लिया गया, तो वह देश में नहीं थीं.
उन्होंने कहा , उनका इससे कोई संबंध नहीं है. वह उस समय वहां नहीं थी. उनके खिलाफ जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया, वह लोगों को अच्छे नहीं लगे. मुझे लगता है कि हर किसी को सोशल मीडिया पर अधिक जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए.
उपभोक्ता, खाद्य और जन वितरण मामलों के मंत्री पासवान ने ट्वीट किया, मैं सुषमा स्वराज जी के खिलाफ ट्रोलिंग अभियान की कड़ी निंदा करता हूं. वह एक बेहद वरिष्ठ सांसद हैं और हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए.
* सुषमा पर लगा मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगा. सुषमा के पति स्वराज कौशल ने एक ट्विटर उपयोगकर्ता की पोस्ट का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया. इस पोस्ट में कौशल से कहा गया है कि वह मंत्री को ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ नहीं करने के बारे में समझाएं.
विदेश मंत्री ने भी इस व्यक्ति के कुछ ट्वीटों को फिर से ट्वीट किया. उन्होंने ट्रोलों के अन्य ट्वीट भी रीट्वीट किये, जिन्होंने अलग-अलग धर्म मानने वाले दंपती को पासपोर्ट जारी करने के बाद उनकी आलोचना की थी.
* क्या है मामला
गौरतलब है कि अभी कुछ ही दिन पहले सुषमा स्वराज को पासपोर्ट जारी करने को लेकर विवाद के सिलसिले में ट्रोल किया गया था. पासपोर्ट उस महिला को जारी किया था, जिसने अन्य धर्म के मानने वाले से विवाह किया था.
इस दंपती ने लखनऊ के पासपोर्ट सेवा केंद्र में कार्यरत विकास मिश्रा पर उन्हें पासपोर्ट आवेदन को लेकर अपमानित करने का आरोप लगाया था. विवाद के बाद मिश्रा का स्थानांतरण कर दिया गया था. इस दंपती ने दावा किया कि मिश्रा ने महिला के पति से कहा कि वह हिंदू धर्म अपना ले.
अधिकारी पर यह भी आरोप लगाया कि उसने महिला को एक मुस्लिम से विवाह करने को लेकर आड़े हाथ लिया. बाद में पुलिस एवं एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) की रिपोर्ट में पाया गया कि महिला ने जो पता दिया था, वह उस जगह पिछले एक साल से नहीं रह रही थी. सोशल मीडिया के एक वर्ग ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुषमा स्वराज एवं मंत्रालय पर हमला बोला और कहा कि वह तो महज अपनी ड्यूटी कर रहा था.