सुषमा स्वराज के ट्रोलरों को झटका, आंतरिक जांच रिपोर्ट में पासपोर्ट अधिकारी की ज्यादती का खुलासा

नयी दिल्ली/लखनऊ : सरकार की एक आंतरिक जांच में पाया गया है कि पासपोर्ट के लिए कार्यालय में अपना आवेदन देने गये एक हिंदू-मुस्लिम दंपति से लखनऊ के पासपोर्ट अधिकारी और पुलिस ने अपने दायरे से बाहर जाकर अप्रासंगिक सवाल पूछे. इस दंपति के पासपोर्ट अब जारी कर दिये गये हैं. इस विवादित मामले की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2018 6:41 PM

नयी दिल्ली/लखनऊ : सरकार की एक आंतरिक जांच में पाया गया है कि पासपोर्ट के लिए कार्यालय में अपना आवेदन देने गये एक हिंदू-मुस्लिम दंपति से लखनऊ के पासपोर्ट अधिकारी और पुलिस ने अपने दायरे से बाहर जाकर अप्रासंगिक सवाल पूछे. इस दंपति के पासपोर्ट अब जारी कर दिये गये हैं. इस विवादित मामले की जांच की रिपोर्ट आने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ट्रोलरों को भी बड़ा झटका है.

इसे भी पढ़ें : पासपोर्ट विवाद : सुषमा स्‍वराज से RSS नाराज !, राजनाथ-गडकरी के अलावा ममता का भी मिला साथ

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी (आरपीओ) पीयूष वर्मा ने बुधवार को बताया कि तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी के पासपोर्ट जारी कर दिये गये हैं. वहीं, सूत्रों ने बताया कि जांच में पाया गया है कि पासपोर्ट के लिए कार्यालय में अपना आवेदन देने गये अंतरधार्मिक दंपति से धर्म के बारे में अप्रासंगिक सवाल पूछने वाले लखनऊ के पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने दायरे से बाहर जाकर पूछताछ की थी.

उन्होंने बताया कि पासपोर्ट जारी करने के लिए जरूरी सत्यापन प्रक्रिया के समय उनके आवास और अन्य अप्रासंगिक ब्योरा जुटाने में उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी गलती की. दंपति ने पासपोर्ट अधिकारी पर कथित रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी अंतरधार्मिक शादी के कारण उन्हें निशाना बनाया गया.

आरपीओ पीयूष वर्मा ने बताया कि विदेश मंत्रालय के दिशा-निर्देश के तहत दंपति के सत्यापन के बाद पुलिस से कोई प्रतिकूल रिपोर्ट नहीं मिली. विदेश मंत्रालय के जून 2018 के नियमों के अनुसार, पुलिस रिपोर्ट में छह अहम बिंदुओं में है कि अगर आवेदक पर कोई आपराधिक केस नहीं है और उसकी नागरिकता पर कोई विवाद नहीं है, तो पासपोर्ट नहीं रोका जा सकता.इसी आधार पर तन्वी और अनस को पासपोर्ट जारी किया गया है.

गौरतलब है कि नोएडा की रहने वाली तन्‍वी सेठ अपना पासपोर्ट बनवाने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पासपोर्ट सेवा केंद्र पहुंची थी. इस दौरान तन्‍वी ने पासपोर्ट अधीक्षक विकास मिश्रा पर धर्म के नाम पर उन्‍हें अपमानित करने का आरोप लगाया था. 21 जून को आरपीओ ने मिश्र का तबादला गोरखपुर कर दिया और दंपति के पासपोर्ट जारी कर दिये.

दंपति ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर टैग किया था. अधिकारी के तबादले के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्रोल किया गया. स्थानीय पुलिस ने 26 जून को आरपीओ कार्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजकर कहा था कि तन्वी सेठ पिछले एक साल से नोएडा में रहती हैं, जबकि उन्होंने आवेदन में लखनऊ का जिक्र किया

था.

Next Article

Exit mobile version