सरकार को ब्रिटेन में नीरव मोदी के राजनीतिक शरण मांगने का नहीं है ”पता”
नयी दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का प्रमुख अभियुक्त नीरव मोदी की ओर से ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगने को लेकर सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है. उसका कहना है कि इस बारे में उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि क्या बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी ने ब्रिटेन में […]
नयी दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का प्रमुख अभियुक्त नीरव मोदी की ओर से ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगने को लेकर सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है. उसका कहना है कि इस बारे में उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि क्या बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी ने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगी है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
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मीडिया की एक खबर में कहा गया था कि नीरव मोदी ने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगी है. एक सूत्र ने कहा कि हम अवगत नहीं हैं कि उसने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण के लिए कहा है. ब्रिटेन ने हमें सूचित नहीं किया है कि उसने वहां पर राजनीतिक शरण मांगी है. दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में सीबीआई को नीरव मोदी की तलाश है. इंटरपोल सीबीआई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष परब के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर चुका है.
ऐसी खबरें आयी हैं कि नीरव मोदी ने पिछले कुछ हफ्तों में ब्रिटेन, फ्रांस और बेल्जियम की यात्रा की. सूत्रों ने बताया कि विदेशों में भारतीय मिशन ने स्थानीय सरकारों को नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के बारे में बताया है. मुंबई में एक विशेष अदालत में सीबीआई द्वारा दाखिल किये गये आरोपपत्र और न्यायाधीश जेसी जगदले द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के आधार पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया.
भगोड़े के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस में इंटरपोल ने अपने 192 सदस्य देशों से शख्स की मौजूदगी पर उसे गिरफ्तार करने या हिरासत में लेने को कहा है. इसके बाद प्रत्यर्पण या वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. विदेश मंत्रालय ने यूरोप के कई देशों को पत्र लिखकर नीरव मोदी की तलाश में मदद करने का अनुरोध किया है.