राजनीतिक हालात सहित बिहार को विशेष दर्जे की मांग पर चर्चा
नयी दिल्ली : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति और संगठन विस्तार की भावी रूपपेखा तय करने को लेकर जदयू ने शनिवार को दिल्ली में मंथन किया. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालात और संगठन को प्रभावी […]
नयी दिल्ली : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति और संगठन विस्तार की भावी रूपपेखा तय करने को लेकर जदयू ने शनिवार को दिल्ली में मंथन किया. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालात और संगठन को प्रभावी बनाने के एजेंडे पर चर्चा की गयी.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में जदयू बिहार में प्रभावी भूमिका निभाना चाहता है और राजनीतिक प्रस्ताव में इस मुद्दे को लेकर जिक्र हो सकता है. इन दोनों प्रस्तावों पर रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित किया जायेगा. बैठक में बिहार में सीटों के तालमेल जल्द से जल्द करने और साल के अंत में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़
और
राजनीतिक हालात सहित…
मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी का आधार बनाने पर भी चर्चा की गयी. बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जदयू काफी मुखर रहा है और पार्टी ने 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है. साथ ही जदयू विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग भी लगातार कर रहा है.
दिल्ली में जदयू के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की हुई
बैठक
l विशेष सहायता की नहीं, विशेष दर्जे की जरूरत
बैठक के बारे में महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि बिहार को विशेष सहायता की नहीं, विशेष दर्जे की जरूरत है और यह जदयू के वजूद से जुड़ा हुआ है. जदयू एनडीए के अंदर रहकर इसकी लड़ाई लड़ता रहेगा. सीटों के तालमेल को लेकर त्यागी ने कहा कि इस पर जल्द फैसला होना चाहिए क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता इसको लेकर बेचैन हैं. इस बैठक में जदयू के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल हुए. इसमें महासचिव केसी त्यागी, आरसीपी सिंह, हरिवंश , संजय झा, जल संसाधन मंत्री ललन सिंह, बिजली
मंत्री विजेंद्र यादव, पवन वर्मा
विशेष सहायता की…
कौशलेंद्र कुमार, गुलाम रसूल बलियावी, अखिलेश कटियार और अन्य नेता शामिल हुए. गौरतलब है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सभी प्रदेश के अध्यक्ष और पदाधिकारी शामिल होंगे. बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं और मौजूदा समय में भाजपा के 22, लोजपा के 6 और रालोसपा के 3 सदस्य हैं. वहीं राजद के 4 और जदयू और कांग्रेस के दो-दो सदस्य हैं. लेकिन बदले राजनीतिक माहौल में जदयू लोकसभा की अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है.
कार्यकारिणी के एजेंडे को किया गया तय
नीतीश ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यकारिणी के एजेंडे को अंतिम रूप दिया है. कार्यकारिणी में राजनीतिक व आर्थिक प्रस्तावों के साथ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी. शनिवार शाम को दिल्ली पहुंचने पर नीतीश कुमार ने बिहार भवन में पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात की. शनिवार की बैठक में यह भी तय हुआ कि पार्टी बिहार के बाहर भी कई राज्यों में लोकसभा चुनाव लड़ेगी
कार्यकारिणी के एजेंडे…
कार्यकारिणी की बैठक जंतर मंतर कार्यालय में ही होगी. सुबह दस बजे अध्यक्षीय भाषण से बैठक शुरू होगी. शाम चार बजे तक चलने वाली बैठक का मुख्य एजेंडा संगठनात्मक विस्तार व लोकसभा चुनावी की रणनीति रहेगी.