जयपुर : जम्मू-कश्मीर से फर्जी तरीके से लाइसेंस बनवाकर उनके जरिये अवैध हथियार खरीदने के मामले में राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा (एसओजी) को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसओजी ने मुख्य आरोपी को सोमवार को गुड़गांव से गिरफ्तार किया. मुख्य आरोपी हरियाणा की कंस्ट्रक्शन कंपनी का मालिक और जम्मू-कश्मीर में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी का बड़ा भाई है. आरोप है कि मुख्य आरोपी इस गोरखधंधे में अपने छोटे भाई की हैसियत और पद का बेजा इस्तेमाल भी करता था.
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अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस और एसओजी) उमेश मिश्रा ने को बताया कि मुख्य आरोपी कुमार ज्योति रंजन (46 वर्ष) जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों से फर्जी तरीके से आर्म्स लाईसेंस बनाकर उन पर हथियार खरीदता था. कुमार ज्योति रंजन जम्मू-कश्मीर में तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कुमार राजीव रंजन का बड़ा भाई है.
उन्होंने बताया कि आरोपी ने अपने आईएएस भाई के जरिये कई लाभार्थियों को हथियारों के लाइसेंस जारी करवाने के लिए मदद ली है. हालांकि, आईएएस की इस मामले में लिप्तता के बारे में अभी और जांच की जायेगी. उन्होंने बताया कि अवैध हथियारों और फर्जी लाइसेंस गिरोह के मामले में यह 52वीं गिरफ्तारी है. अब तक 67 अवैध हथियार और 1188 फर्जी लाईसेंस बरामद किये जा चुके हैं.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष सितंबर में एटीएस और एसओजी ने चार राज्यों में अवैध हथियारों और फर्जी लाइसेंस बनाने वाले अतंरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर गिरोह के सरगना जुबेर को अजमेर से गिरफ्तार किया था. जुबेर को जम्मू-कश्मीर से पुरानी तारीख में लाइसेंस बनवाने के लिए तीन-चार लाख रुपये लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. वर्ष 2008 के बाद देश भर में स्वीकार्य लाइसेंस बनने पर रोक लग गयी. इसलिए आरोपी ने जम्मू-कश्मीर के स्थानीय पते पर पुरानी तारीख से लाइसेंस बनवाया था.