नयी दिल्ली : थलसेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने देशभर में सैन्य प्रतिष्ठानों को अनुशासन प्रावधानों का सख्ती से पालन करने को कहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ कड़ी कारवाई की जायेगी.
सेना के 12 लाख जवानों को पिछले हफ्ते जारी संदेश में थलसेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना को अपने संसाधनों का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए. जवानों को सीएसडी कैंटीन के जरिये मिलनेवाली शराब और किराने के सामान के प्रावधानों का भी दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. जनरल रावत ने कहा कि भ्रष्टाचार और नैतिक आचरण से जुड़े मामलों को भी बेहद गंभीरता से लिया जायेगा. उन्होंने सैन्यकर्मियों से कहा कि पदोन्नति और अपने विकास को लेकर बात करने में संकोच नहीं करें. उन्होंने कहा कि योग्य लोगों को उनका हक और देनदारियां अवश्य मिलेंगी.
अधिकारियों के अनुसार, अनुशासनात्मक निर्देश कई दशकों से लागू हैं और जनरल रावत ने सेना से इन पर अमल के लिए कहा है. सूत्रों के अनुसार, थलसेनाध्यक्ष ने सेवानिवृत्त सेनाधिकारियों के साथ सहायक या अर्दली प्रदान नहीं करने के नियमको कड़ाई से पालन को कहा है. हालांकि, जो इसके हकदार हैं उन पर यह नियम लागू नहीं होगा. थलसेनाध्यक्ष ने जवानों से शारीरिक तंदुरुस्ती का विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें अस्वास्थ्यकर भोजन से बचने की सलाह दी है.