चेन्नई : अपोलो अस्पताल के उस कमरे का 29 जुलाई को निरीक्षण किया जाएगा जहां दिवंगत अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता भर्ती थीं. यह निरीक्षण जयललिता की मृत्यु की जांच करने वाले एक सदस्यीय आयोग के वकीलों और जयललिता की सहयोगी वी के शशिकला के वकीलों की ओर से किया जाएगा.
एक सदस्यीय आयोग का नेतृत्व करने वाले न्यायमूर्ति अरूमुगस्वामी ने आयोग का प्रतिनिधित्व करने वाले दोनों वकीलों की ओर से अस्पताल का दौरा करने की इजाजत मांगने वाली अर्जी स्वीकार करते हुए उन्हें और शशिकला के पक्ष के दो वकीलों को 29 जुलाई को कक्ष का निरीक्षण करने की इजाजत दी.
इसे भी पढ़ें…
जयललिता की मौत पर खुलासा, शशिकला के डर से स्वास्थ्य के बारे में फैलायी गई थी झूठी खबर
आयोग सूत्रों के अनुसार कक्ष के अलावा जिन स्थलों का निरीक्षण किया जाएगा उनमें इमरजेंसी और आईसीसीयू इकाइयों के अलावा वह मंजिल भी शामिल होगी जिससे सरकारी अधिकारी , मंत्री और शशिकला अस्पताल परिसर पहुंचते थे.
इसे भी पढ़ें…
जयललिता के जीवन की अनदेखी तस्वीरें
निरीक्षण का उद्देश्य परिस्थितियों को समझना और आयोग को मुहैया कराये गए सबूतों से उनका मिलान करना है. यह कदम इसके चलते भी महत्व रखता है क्योंकि गत वर्ष दिसंबर में एक वीडियो क्लिप सामने आयी थी जिसमें जयललिता को अस्पताल में बिस्तर पर दिखाया गया था.
इसे भी पढ़ें…