तिरुवनंतपुरम / नयी दिल्ली : भाजपा की युवा शाखा के सदस्यों द्वारा कांग्रेस नेता शशि थरूर के यहां स्थित कार्यालय की दीवार को विरूपित किये जाने के कुछ दिन बाद ही उन्होंने यह सवाल करके नया विवाद खड़ा कर दिया है कि क्या ‘‘हिन्दू धर्म का तालिबानीकरण” शुरू हो गया है. थरूर ने हाल में यह टिप्पणी करके बड़ा विवाद पैदा कर दिया था कि अगर भाजपा फिर से सत्ता में आई तो वह संविधान को फिर से लिखेगी और ‘‘हिन्दू पाकिस्तान” बनाने का रास्ता तैयार करेगी. कांग्रेस ने एक बार फिर दोहराया कि पार्टी नेताओं को बयान देते समय संभलकर बोलना चाहिए.
संसद पहुंचे शशि थरूर, बोले – मैं अपना बयान नहीं ले रहा हूं वापस
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपना कोई बयान वापस नहीं ले रहा हूं. उन लोगों को माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने केरल में मेरे कार्यालय पर हमला किया.” तिरुवनंतपुरम में थरूर के कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के संबंध में भाजयुमो के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया.
लोकसभा में बुधवार को थरूर ने अपने कार्यालय पर हुए हमले का विषय उठाया और अपनी जान को खतरा होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है. शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऐसी घटनाओं पर चुप्पी तोड़ने को कहा. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे हमले देश में बढ़ रहे हैं. मंगलवार को ही स्वामी अग्निवेश पर हमला किया गया और ऐसा सत्तारूढ़ दल की शह पर हो रहा है. इस पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि यह घटना केरल की है, केरल में किसकी सरकार है, इसके बारे में थरूर समेत सभी को पता है. कानून एवं व्यवस्था राज्य का विषय होता है. ऐसे में केरल में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी हमारे ऊपर नहीं डाली जा सकती है.